कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

पन्ना : कलेक्टर सुरेश कुमार ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिले में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा कर समय सीमा में वांछित प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की हितग्राहीमूलक योजनाओं को प्रभावी बनाने तथा समय पर विभिन्न योजनाओं की राशि हितग्राहियों के खाते में हस्तांतरित करने के निर्देश भी दिए गए। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश तिवारी सहित सिविल सर्जन डॉ. आलोक गुप्ता, समस्त बीएमओ तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा कई योजनाओं में परस्पर समन्वय के साथ कार्य कर शासन की मंशा मुताबिक लोगों को लाभ प्रदान किया जाए। प्रत्येक गर्भवती महिला का गर्भावस्था के प्रथम चरण में ही पंजीयन कराने सहित अनिवार्य जांच के संबंध में कार्रवाई की जाए। सभी बीएमओ ग्रामवार गर्भवती महिलाओं की सूची भी अपडेट रखें। जिला कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सक अपने क्षेत्र अंतर्गत निरंतर रूप से स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की निगरानी रखें। गर्भवती महिला का शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के साथ ही जिले को कुपोषणमुक्त बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पन्ना जिले में 1600 मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियों की उपलब्धता के बावजूद आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में जिले की प्रगति अति न्यून है, आगामी दिवसों में इस कार्य में तेजी लाएं। इस दौरान आगामी 23 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमिनाशक दिवस पर 1 से 19 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों और अन्य लोगों को एल्बेंडाजोल टेबलेट के सेवन तथा स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, छात्रावासों और अन्य चिन्हांकित स्थानों पर गोली के सामूहिक सेवन के दृष्टिगत आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि सभी विकासखंड में निर्धारित कार्ययोजनानुसार तैयारियों को अंतिम रूप दें। इसके लिए क्विक रिस्पांस टीम के गठन सहित टेबलेट की उपलब्धता और वितरण का कवरेज प्लान तैयार करने के लिए भी कहा। शाला त्यागी बच्चों तथा अन्य स्थानों पर गोली सेवन के लिए आशा कार्यकर्ता को चिन्हांकन और सर्वे अनुसार लक्ष्य प्रदान करने तथा आवश्यक प्रशिक्षण की बात कही।
रेफरल सिस्टम की व्यवस्था में लाएं सुधार
कलेक्टर ने कहा कि हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का पूर्व चिन्हांकन कर एवं डिलेवरी प्वाइंट पर अलर्ट इत्यादि प्रयासों के माध्यम से रेफरल सिस्टम की व्यवस्था में अपेक्षित सुधार लाएं। सर्वप्रथम यह प्रयास हो कि 9 माह तक गर्भवती महिलाओं को उचित खानपान और पोषण आहार की सुविधा मिले। गर्भवती महिला को समय-समय पर आवश्यक चिकित्सीय जांच और काउंसलिंग की सुविधा मिले। साथ ही शासन की योजनाओं का लाभ भी समय पर मिल सके, यह प्रयास किया जाए। जिला कलेक्टर द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु की घटनाओं पर रोकथाम के संबंध में आवश्यक उपायों पर चर्चा कर गर्भधारण काल से ही हेल्थ टेªकिंग रिकार्ड दुरूस्त करने के संबंध में निर्देश दिए गए। इसके अलावा टीकाकरण कव्हरेज पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। आगामी 2 अक्टूबर तक एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत संचालित सघन जागरूकता अभियान तथा राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम सहित टीबी मरीजों की जांच और फॉलोअप के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों के उपचार की बेहतर व्यवस्था भी हो।
अजयगढ़ में शत-प्रतिशत सेचुरेशन का हो प्रयास
कलेक्टर ने कहा कि आकांक्षी विकासखंड अजयगढ़ में स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत निर्धारित संकेतकों के आधार पर शत-प्रतिशत सेचुरेशन का प्रयास किया जाए। आशा कार्यकर्ता और एएनएम को कार्ययोजना मुताबिक दायित्वों के निर्वहन के संबंध में निर्देशित करने के निर्देश अजयगढ़ बीएमओ को दिए। साथ ही निर्धारित एजेंडा अनुसार नियमित रूप से गतिविधियों के आयोजन के लिए भी निर्देशित किया गया। समस्त बीएमओ को फील्ड विजिट के साथ वास्तविक मरीजों को लाभांवित करने के लिए कहा। बैठक में मलेरिया एवं डेंगू बीमारी के जांच व उपचार व्यवस्था, 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक आदि सेवा पखवाड़ा के तहत संचालित होने वाले स्वस्थ्य नारी, सशक्त परिवार अभियान की तैयारियों तथा अभियान के प्रथम दिवस रक्तदान शिविर आयोजन के दृष्टिगत भी जरूरी निर्देश दिए गए।

रिपोर्टर : रफ़ी

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