कलेक्टर उषा परमार ने एवं पन्ना एसपी निवेदता नायडू ने अधिकारियों की ली बैठक

पन्ना - स्थित पहाड़ी पर विराजमान  हनुमान भाटे में त्रिदेव मंदिर एवं मां कलेही मंदिर प्रांगण में नववर्ष 2026  में भव्य नववर्ष मेले का आयोजन किया जाता है इस एक दिवसीय पारंपरिक मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में 16 दिसंबर को मां कलेही माता मंदिर प्रांगण में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बैठक आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर उषा परमार एवं पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू एवं जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी द्वारा बैठक की गई । बैठक में एक दिवसीय नव वर्ष के मेला आयोजन की रूपरेखा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, पार्किंग, पेयजल, विद्युत, साफ-सफाई, स्वास्थ्य सेवाएं एवं आपातकालीन व्यवस्थाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों ने संबंधित विभागों को समय रहते सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए कलेक्टर उषा परमार ने कहा कि नववर्ष मेले में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन हेतु पहुंचते हैं, ऐसे में व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित और सुरक्षित होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग,जनपद पंचायत विभाग फारेस्ट विभाग, एवं पुलिस प्रशासन को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन एवं महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा बैठक में जनपद अध्यक्ष मोहिनी मिश्रा,मंडल अध्यक्ष सुश्री निधि पटेरिया, नगर पंचायत अध्यक्ष बसंत दहायत,भाजपा के कार्यकर्ता, पवई एसडीएम सुश्री समीक्षा जैन पवई तहसीलदार त्रिलोक सिंह पवई एसडीओपी भावना सिंह दागी पवई थाना प्रभारी त्रिवेंद्र त्रिवेदी, फॉरेस्ट रेंजर नितिन पटेल, डॉ पांडे जी एवं कलेही मंदिर के पुजारी हनुमान भाटे के सिद्ध महाराज स्थानीय जनप्रतिनिधि पत्रकारगण एवं श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने मेले के सफल आयोजन हेतु अपने सुझाव भी रखे गौरतलब है कि मां कलेही माता मंदिर में नववर्ष के अवसर पर हर साल विशाल मेला लगता है, जिसमें पन्ना सहित आसपास के जिलों एवं दूर-दराज के क्षेत्रों से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास के चलते यह मेला क्षेत्र का प्रमुख धार्मिक आयोजन माना जाता है। मेले के दौरान धार्मिक अनुष्ठान, दर्शन-पूजन के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाता है दूर दराज से दुकानदार अपनी अपनी दुकान लेकर इस मेले में पहुंचते हैं प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे शांति एवं अनुशासन बनाए रखें तथा प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं में सहयोग करें, जिससे नववर्ष मेला सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं श्रद्धापूर्ण वातावरण में संपन्न हो सके।

संवाददाता - सुरेश कुमार द्विवेदी 

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