ऐसे करें मोती की खेती , सरकार देगी 50 % की सब्सिडी...

आज के समय में किसान पारंपरिक खेती छोड़कर अलग - अलग खेती में रूचि दिखा रहे हैं. जिसमे अच्छी कमाई होती हैं. ऐसे ही किसान मोती की खेती कर रहें हैं. जिससे किसानों को लाखों की कमाई कर रहें हैं. तो चलिए मोती की खेती से जुड़ी कुछ बाते जानते हैं. 

आभूषण उद्योग में मोतियों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. मोतियों की बढ़ती मांग को देखते हुए लोगों का रुझान मोती की खेती की तरफ बढ़ा है. भारत के लगभग हर इलाके में मोती की खेती हो रही है. सरकार भी इस खेती को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग से लेकर बाजार तक में लोगों की मदद कर रही है.

Pearl

आपको बता दें की ऐसा नही हैं की मोती कि खेती सिर्फ समुद्र की गहराइयों में होती हैं. बल्कि अब तो लोग रेगिस्तान में भी मोती कि खेती कर रहें हैं. आपको जानकर हैरानी होगी की लोग अपने घर में भी मोती कि खेती कर रहें हैं. 

मात्र 50 हजार रुपये लगाकर मोती की खेती शुरू की जा सकती है. खास बात ये है कि मोती की खेती के लिए सरकार सब्सिडी भी देती है.

Palms and pearls 3

 


मोती की खेती के लिए एक छोटे से तालाब की जरूरत होती है. कुछ लोग तो घरों में ड्रम में ही मोती पैदा कर रहे हैं. सरकारी संस्थानों से या मछुआरों से सीप खरीदकर मोती की खेती शुरू की जा सकती है.

Black and white image of pearl in an oyster shell

एक सीप को तैयार करने में करीब 60 रुपए का खर्चा आता हैं. तैयार होने के बाद एक सीप से दो मोती निकालते हैं फिर बाजार में जाकर बेचते हैं जिसमे एक मोती कि कीमत 100 रुपए से लेकर 150 रुपए तक होती हैं. 

मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से दिसंबर तक का होता है. लेकिन इसकी खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की जरूरत पड़ती है. तालाब में शिप के माध्यम से मोती की खेती की जाती है.

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