कांवड़ यात्रा विवाद पर सियासत तेज, विधायक रविदास मेहरोत्रा ने दिया बड़ा बयान

उत्तर प्रदेश की राजनीति इन दिनों जाति और धर्म पर ज्यादा केंद्रित होती नजर आ रही है। हाल ही में इटावा के कथावाचक मामले मे अभी आरोप प्रत्यारोप अभी खत्म भी नही हुआ था कि मुजफ्फरनगर में पंडित शुद्ध वैष्णो भोजनालय पर बघरा आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज ने होटल स्टाफ की पैंट उतरवाकर उनकी पहचान जानने की कोशिश के मामले ने तूल पकड़ लिया है...इस मामले के बाद अब कांवड़ यात्रा रूट पर नेमप्लेट और दुकान-ढाबा कर्मचारियों की जानकारी सार्वजनिक करने के मामले में राजनीति माहौल गरमाता जा रहा है। सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन के बाद अब लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी की तुलना आतंकवादियों से की है। उनके बयान पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पलटवार किया। कहा कि आतंकियों की तुलना कांवड़ यात्रियों से करना बेहद निंदनीय है। सपा यूपी में शरिया कानून लागू करना चाहती है। सपा मुस्लिम तुष्टीकरण को बढ़ावा देकर वोट बैंक बनाना चाहती है। प्रदेश की जनता सपा के इस मंसूबे को कभी पूरा नहीं होने देगी।
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बीजेपी और आतंकियों को एक तरह ही बताया है। कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान जो कांवड़ रूट पर दुकानें लगाते हैं, उनसे जाति और धर्म पूछना पूरी तरह से गलत है। बीजेपी और आतंकवादियों में कोई अंतर नहीं है। दोनों जाति और धर्म पूछकर हमला करते हैं। उनके इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि सपा नेताओं के बयान अखिलेश यादव के इशारे पर हो रहे हैं। सपा नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं
आइए जानते हैं कैसे शुरू हुआ विवाद-
मुजफ्फरनगर के नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में पंडित शुद्ध वैष्णो भोजनालय पर 28 जून को बघरा आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज अपने अनुयायियों के साथ पहचान अभियान के तहत पहुंचे थे। आरोप है कि उन्होंने होटल स्टाफ की पैंट उतरवाकर उनकी पहचान जानने की कोशिश की। वहीं, स्वामी यशवीर महाराज का कहना है कि बारकोड पर हिंदू का नाम लिखा था, जब उन्होंने उसको स्कैन किया तो उसमें मुस्लिम का नाम आया। इस मामले में छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला सामने आने के बाद अब यह राजनीति रूप लेता जा रहा है।
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