क्या आप भी PCOS से जूझ रही हैं? जानिए समाधान

PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) महिलाओं में हार्मोन से जुड़ी एक आम समस्या है, जो प्रजनन आयु (15-44 वर्ष) की महिलाओं को प्रभावित करती है। यह स्थिति तब होती है जब महिला के अंडाशय (ovaries) में हार्मोनल असंतुलन के कारण अंडे नियमित रूप से नहीं बन पाते या रिलीज नहीं हो पाते।
PCOS होने के कारण:
PCOS के सटीक कारण अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण माने जाते हैं:
हॉर्मोनल असंतुलन:
शरीर में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) का स्तर बढ़ जाना।
इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance), जिससे शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है और यह एंड्रोजन को बढ़ा सकता है।
अनुवांशिक कारण:
परिवार में किसी महिला को PCOS होने पर अगली पीढ़ी में इसके होने की संभावना अधिक होती है।
जीवनशैली संबंधी कारण:
अत्यधिक तनाव
मोटापा या वजन अधिक होना
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
PCOS के लक्षण:
PCOS के लक्षण हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ आम लक्षण ये हैं:
अनियमित माहवारी (Irregular Periods):
मासिक धर्म का देर से आना या कई महीनों तक ना आना
अंडाशय में सिस्ट्स बनना (Ovarian Cysts):
अल्ट्रासाउंड में छोटे-छोटे सिस्ट्स दिखाई देना
चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल (Hirsutism):
खासकर चेहरे, सीने, पेट और पीठ पर
मुँहासे (Acne):
हार्मोनल बदलाव के कारण चेहरे पर ज्यादा मुंहासे
बाल झड़ना या गंजापन:
खासकर पुरुषों जैसी पैटर्न बाल्डनेस
वजन बढ़ना:
खासकर पेट के आसपास चर्बी जमा होना
गर्भधारण में कठिनाई (Infertility):
अंडाणु ठीक से न बनने या न निकलने के कारण
PCOS का इलाज:
PCOS का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को जीवनशैली में बदलाव और दवाओं के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है:
संतुलित आहार और नियमित व्यायाम
वजन कम करना
ब्लड शुगर कंट्रोल करना
हार्मोन बैलेंस करने वाली दवाएं
डॉक्टरी सलाह के अनुसार गर्भधारण के लिए उपचार
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