बॉडी को फीट रखने के लिए रोज करें ये योगाभ्यास ,मिलेंगे कई लाभ

आजकल बदलती लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण लोगों को कई सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हमारी भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपना ख्याल रखना भूल जाते हैं। कई बार अनहेल्दी फूड्स से भी हमारी सेहत को ख़बर हो जाती है ऐसे में इससे निजात पाने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं, लेकिन हेल्दी खान-पान के साथ नियमित योग करने से आपको लाभ हो सकता है. वहीं, ज्यादा देर तक एक जगह बैठकर काम करने वाले लोगों को अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए छोटे-छोटे योग जरूर करने चाहिए. लेकिन अगर आप खुद को फिट रखना चाहते हैं, तो अपनी लाइफस्टाइल में ये  योगाभ्यास को शामिल कर सकते हैं। इससे आप लंबे समय तक स्वस्थ  रहेंगे। तो आइए जानते हैं, इन योगासनों के बारे में....

ऐसे करें योगाभ्यास की शुरुआत

किसी भी योगाभ्यास को शुरू करने से पहले कुछ जरूरी एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए सबसे पहले पद्मासन या अर्ध पद्मासन में बैठ जाएं अब दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ते हुए ऊपर की ओर उठाएं और पूरी बॉडी को स्‍ट्रेच करें. इसके बाद 10 तक गिनती गिनेंगे, जिसके बाद धीरे से हाथों को नीचे ले आएं. इन स्टेप्स को करने के बाद अपनी आंखों को बंद करके ध्‍यान की मुद्रा में बैठ जाएं. ध्यान रहे कि इस दौरान ओम शब्‍द का उच्‍चारण करना होगा. ऐसा करने से आप योग कोई भी योग करने के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके होंगे. इन अभ्यास को विस्‍तार से देखने के लिए आप नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर क्लिक करें.

भ्रामरी प्राणायाम: भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए जमीन पर बैठ जाएं. इसके बाद दोनों हाथों की कोहनियों को मोड़कर कानों तक ले जाएं और अंगूठे के सहारे से कानों को बंद कर लें. कानों को बंद करने के बाद हाथों की तर्जनी उंगली और मध्यमा, कनिष्का उंगली को आंखों के ऊपर ऐसे रखें जिससे पूरा चेहरा कवर हो जाए. इसके बाद मुंह को बंद करके नाक से हल्की-हल्की सांस को अंदर और बाहर छोड़े. 15 सेकेंड तक ये आसान करने के बाद वापस से नॉर्मल स्थिति में आ जाएं. इस प्राणयाम को 10 से 20 बार दोहराएं. आप चाहे तो शुरुआत में इसे 5 से 10 भी कर सकती हैं. अगर आपको अनिद्रा की शिकायत है तो भ्रामरी प्राणायाम आपके लिए फायदेमंद है.

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पद्मासन: पद्मासन शब्द दो अलग शब्दों से मिलकर बना है. पद्मासन में पहला शब्द पद्म है, जिसका अर्थ कमल होता है जबकि दूसरा शब्द आसन है, जिसका अर्थ बैठना होता है. पद्मासन में योगी ऐसी स्थिति में बैठता है जैसे कमल का फूल. यदि आप कभी अशांत और बेचैन महसूस कर रहे हों तो पद्मासन का अभ्यास करें. इस अभ्यास को करने के लिए योग मैट पर सीधे बैठ जाएं. रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और टांगों को फैलाकर रखें. फिर धीरे से दाएं घुटने को मोड़कर बायीं जांघ पर रखें.


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एड़ी पेट के निचले हिस्से को छूनी चाहिए. अब ऐसा ही दूसरी पैर के साथ भी करते हुए पेट तक लेकर आएं. दोनों पैरों के क्रॉस होने के बाद अपने हाथों को मनपसंद मुद्रा में रखें. सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें. हालांकि, बीच-बीच में लंबी और गहरी सांसें लेते रहें. अब सिर को धीरे से नीचे की तरफ ले जाएं। ठोड़ी को गले से छूने की कोशिश करें. बाद में इसी आसन को दूसरे पैर को ऊपर रखकर अभ्यास करें.

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