कब है प्रदोष व्रत पर बन रहे कई शुभ योग...

अगर आप भी परदोष व्रत रखते हैं , तो आज का ये आर्टिकल जरुर पढ़े...

प्रदोष व्रत महीने में दो बार मनाया जाता है. यह दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. प्रदोष शब्द का अर्थ है अंधकार को समाप्त करना. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ दिन का उपवास करने से भगवान शिव और देवी पार्वती की कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही व्यक्ति को जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है. प्रदोष व्रत सप्ताह के जिस दिन पड़ता है उसके आधार पर वह अलग-अलग नामों से जाना जाता है.इस बार यह व्रत 3 जुलाई के दिन बुधवार को रखा जाएगा, इस दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है, तो चलिए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं

प्रदोष व्रत तिथि...
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 3 जुलाई को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 4 जुलाई सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर होगा. इस दिन प्रदोष काल में पूजा शुभ मानी जाती है। इस वजह से इस बार यह व्रत 3 जुलाई के दिन बुधवार को रखा जाएगा.

शुभ योग..
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार का बुध प्रदोष व्रत बहुत शुभ माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन कई शुभ की युति बन रही है। दरअसल, इस शुभ मौके पर सर्वार्थ सिद्धि योग पूर्ण दिन रहेगा. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से उसमें सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा इस दिन रोहिणी नक्षत्र भोर से लेकर अगले दिन सुबह 04 बजकर 07 मिनट तक रहेगा.

 

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