मौनी अमावस्या पर घर पर ऐसे करें संगम स्नान

BY RATNA
मौनी अमावस्या पर 144 साल बाद समुद्र मंथन जैसा विशिष्ट त्रिवेणी योग बन रहा है. आज 29 जनवरी से लेकर 8 फरवरी तक किसी भी समय स्नान करने से अमृत स्नान जैसा पुण्य मिलेगा. इस साल मौनी अमावस्या कि तिथि पर 144 साल बाद अद्भुत त्रिवेणी योग बन रहा है. जो समुद्र मंथन के योग के समान है,इसलिए इस दौरान पवित्र त्रिवेणी में स्नान करने से सहस्त्र वाजपेय यज्ञ और सौ अश्वमेध यज्ञ के सामान पुण्य मिलता है.
ऐसी लोग जो किसी कारण संगम स्नान नहीं कर पा रहें हैं, वो अपने घर पर ही विशेष स्नान कर सकते है. मौनी अमावस्या के दिन ही वैवस्वत मनु का जन्म हुआ था. इस दिन मौन व्रत रखकर स्नान करना शुभ माना जाता है. वैसे तो मौनी अमावस्या पर स्नान का शुभ और उत्तम मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त में होता है, लेकिन पूरे दिन ही मौनी अमावस्या तिथि का स्नान करना शुभ माना गया है. इस दिन अगर हो सके तो मौन व्रत रख कर संगम स्नान करना चाहिए. वहीं जो लोग त्रिवेणी संगम में स्नान नहीं कर पा रहे हैं वो संगम या गंगा जल को पानी में मिलाकर स्नान कर सकते हैं , ऐसा करने से उन्हें संगम स्नान का ही फल मिलेगा.
आज के दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के पिछले पाप धुल जाते हैं और वह जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है । इसके अलावा आज के दिन मौनी अमावस्या पर लोग अपने पितरों को याद कर उनका आशीर्वाद लेते हैं। इसलिए आज के दिन व्यक्ति को तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप अपने पितरों को कष्ट पहुंचाते है।
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