जब प्रियंका चोपड़ा को कास्ट करना चाहते थे सुभाष घई, लेकिन करीना को मिली फिल्म 'यादें' – फिर भी हो गई फ्लॉप!

फ्रेश चेहरा, बड़ी उम्मीदें – और फिर आई ‘यादें’
बॉलीवुड के दिग्गज डायरेक्टर सुभाष घई, जिन्होंने माधुरी दीक्षित और महिमा चौधरी जैसी अभिनेत्रियों को सुपरस्टार बनाया, साल 2001 में एक और नया चेहरा लॉन्च करना चाहते थे। इस बार उनकी नजर थी 2000 की मिस वर्ल्ड बनीं प्रियंका चोपड़ा पर। वो अपनी फिल्म 'यादें' में उन्हें ऋतिक रोशन के अपोज़िट कास्ट करना चाहते थे।
कॉन्ट्रैक्ट बना रुकावट, प्रियंका नहीं बन पाईं 'यादें' की हीरोइन
हालांकि प्रियंका उस वक्त कॉन्ट्रैक्ट में बंधी थीं, जिससे वह सुभाष घई की फिल्म का हिस्सा नहीं बन सकीं। उनकी जगह डायरेक्टर की दूसरी पसंद बनीं अमीषा पटेल, जो ऋतिक के साथ 'कहो न प्यार है' में नजर आ चुकी थीं। लेकिन समयाभाव के चलते अमीषा ने भी मना कर दिया।
आखिरकार करीना कपूर बनीं फिल्म की नायिका
प्रियंका और अमीषा के इंकार के बाद, यह फिल्म पहुंची करीना कपूर के पास। उन्होंने स्क्रिप्ट पढ़ते ही फिल्म के लिए हामी भर दी। उस वक्त करीना की पहली फिल्म ‘रिफ्यूजी’ और 'मुझे कुछ कहना है' बॉक्स ऑफिस पर खास नहीं चली थीं, इसलिए ‘यादें’ से उन्हें काफी उम्मीदें थीं।
‘यादें’ – एक बड़ी फ्लॉप, जिसने सबको निराश किया
‘यादें’ 2001 में रिलीज़ हुई, जिसमें जैकी श्रॉफ ने सिंगल फादर का किरदार निभाया और करीना उनकी बेटी बनीं। लेकिन फिल्म दर्शकों को बिल्कुल पसंद नहीं आई – न कहानी, न म्यूजिक और न ही परफॉर्मेंस। फिल्म इतनी बुरी तरह फ्लॉप हुई कि सुभाष घई ने म्यूजिकल फिल्मों से कुछ सालों के लिए दूरी बना ली।
नतीजा – मिस वर्ल्ड को खोया, फ्लॉप फिल्म मिली
अगर प्रियंका चोपड़ा का कॉन्ट्रैक्ट न होता, तो शायद 'यादें' उनका बॉलीवुड डेब्यू बन सकती थी। लेकिन इतिहास ने दूसरी कहानी लिखी – और 'यादें' रह गई एक मिस्ड अपॉर्च्युनिटी की मिसाल।
सुभाष घई प्रियंका चोपड़ा को ‘यादें’ से लॉन्च करना चाहते थे, लेकिन हालात ऐसे बने कि फिल्म करीना को मिली और बुरी तरह फ्लॉप हो गई।
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