बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ लैलूंगा में कांग्रेस का प्रदर्शन

लैलूंगा - छत्तीसगढ़ में हाल ही में घोषित बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लैलूंगा के नेतृत्व में आज स्थानीय बिजली कार्यालय का घेराव कर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और अब बिजली के बोझ से त्रस्त आम जनता की पीड़ा को सड़कों पर लाकर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया। ज्ञात रहे कि बिजली नियामक आयोग द्वारा 2025-26 के लिए घोषित नई दरों से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट तक की दर ₹3.75 से बढ़कर ₹4.25 प्रति यूनिट कर दी गई है।100 से 300 यूनिट तक की खपत पर अब ₹5.20 की जगह ₹6.10 प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा। वहीं 300 यूनिट से ऊपर की खपत पर दरें ₹6.75 से बढ़कर ₹7.50 हो गई हैं। इस प्रकार औसतन एक मध्यमवर्गीय परिवार को मासिक ₹200 से ₹500 तक अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है, जिससे लोगों का बजट बिगड़ गया है। कार्यक्रम में पूर्व विधायक हृदय राम राठिया ने सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग पहले ही रसोई गैस, खाद्य सामग्री और ईंधन की महंगाई से जूझ रहा है। अब बिजली दरों में वृद्धि कर सरकार ने आम आदमी के घर में अंधेरा भरने का काम किया है। यह सीधा जनता पर आर्थिक अत्याचार है। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के उपाध्यक्ष ओम सागर पटेल ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी दर 14% से ऊपर है, किसान कर्ज में डूबे हैं और छोटे व्यवसायी संकट में हैं। बिजली बिलों की यह वृद्धि छोटे दुकानदारों, किराना व्यापारियों और मजदूरों के लिए असहनीय है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ठंडा राम बेहरा ने अपने संबोधन में कहा कि जब छत्तीसगढ़ देश में कोयला उत्पादन में अग्रणी है, सरप्लस विद्युत उत्पादन करने वाली राज्य है तो सस्ती बिजली का हक यहां की जनता को क्यों नहीं? उद्योगपतियों को रियायत और आम आदमी को महंगा बिल भाजपा सरकार की यह दोहरी नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यूथ कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष वीरेंद्र शाह ने कहा यह सिर्फ बिल नहीं बढ़ा है, यह जनता की जेब काटने का सरकारी तरीका है। इस तानाशाही निर्णय के खिलाफ कांग्रेस और लैलूंगा की जनता अब चुप नहीं बैठेगी। राज्य भाजपा सरकार को यह फैसला वापस लेना होगा। कांग्रेस का यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि यह जनविरोधी निर्णय शीघ्र वापस नहीं लिया गया, तो गांव-गांव में बिजली बिल की प्रतियां जलाकर विरोध किया जाएगा और जन आंदोलन को पूरे विधानसभा क्षेत्र में व्यापक रूप दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष शौकीलाल प्रधान, दीनबंधु पटेल, प्रेम गुप्ता, पांडव प्रधान खगेश्वर प्रधान, युवा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष आलोक गोयल, आदित्य बाजपेई, हृदय राम दाऊ, अपरांश सिन्हा, आकृत सारथी, आशीष सिदार, वसीम अहमद, दिलीप केरकेट्टा, अदल साय, ललित सिदार, संपत प्रधान,रोशन पंडा, महेंद्र सिदार, nsui के ब्लॉक अध्यक्ष तेजश बंजारे, विक्की वैष्णव आदि के दर्जनों की संख्या में युवा, किसान और नागरिक उपस्थित रहे।
रिपोर्टर - सतीश चौहान
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