कारागारों में बंदियों के लिए व्यसन परामर्श कार्यक्रम सम्पन्न
रायगढ़ : कारागार विभाग के आदर्श वाक्य "सुधार एवं पुनर्वास" के उद्देश्य की प्राप्ति हेतु, अलीबाग जिला कारागार प्रशासन द्वारा (04 अक्टूबर 2025) को बंदियों के लिए व्यसन परामर्श कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
डॉ. धनेश्वरी गोयर और डॉ. राजेश पवार, मनोचिकित्सक, जिला सामान्य चिकित्सालय, अलीबाग ने बंदियों को तंबाकू और नशीले पदार्थों के शरीर और मन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों और व्यसन से मुक्ति हेतु बंदियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के बारे में परामर्श दिया। साथ ही, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायगड-अलीबाग की सचिव, श्रीमती तेजस्विनी निराले ने बंदियों से व्यसन से दूर रहने की अपील की क्योंकि व्यसन व्यक्ति के शरीर, मन और पारिवारिक व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और उन्हें बंदियों के स्वास्थ्य पर व्यसन के सकारात्मक प्रभाव के बारे में बताया।
विशाल बंदल, मुख्य अधीक्षक, अलीबाग जिला कारागार, श्री. धनेश्वरी गोयर और राजेश पवार, व्याख्याता, जिला सामान्य अस्पताल, अलीबाग के साथ-साथ सलाहकार। मनीषा नागाओकर, सलाहकार। तन्मय म्हात्रे, सहायक लोक संरक्षक, श्रीम. नितल म्हात्रे, क्लर्क, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अलीबाग-रायगढ़, किशोर वारगे, टी.ए. ग्रेड-2, श्री. कुटे, सूबेदार और श्री. थोम्ब्रे और श्री. तरमाले, हवलदार और श्री. नरसु कोली, का. कार्यक्रम में सिपाही आदि मौजूद रहे।
रिपोर्टर : प्रवीण लाहे

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