औद्योगिक विकास क्षेत्र मे वैश्विक भागीदारी निभाने छत्तीसगढ़ ने कदम बढ़ाया

रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश में 25 वर्ष पूर्व जब राज्य स्थापना दिवस वर्ष 2000 में किया गया तब तक अथवा इसके पूर्व अविभाजित मध्य प्रदेश से संलग्न प्रदेश उद्योग के क्षेत्र में पिछड़े राज्य के रूप में ही गिना जाता था जहां उंगलियों में कुछ औध्योगिक घरानों का दबदबा और नाम पूरे प्रदेश में लिया जाता था परंतु जब से देश भर में भाजपा सरकार के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की दूर दर्शी सोच एवं विकास परक नीतियों ने प्रदेश ही नही अपितु संपूर्ण देश में क्रांति कारी परिवर्तन ला दिया है नित नवीन तकनीक योजनाओं एवं स्वदेशी आधुनिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बहुत से औधोगिक घरानों को हर क्षेत्र में आमंत्रित किया जा रहा है जिसका प्रतिफल यह मिल रहा है कि राज्य निर्माण पश्चात 25 वर्षीय युवा छत्तीसगढ़ प्रदेश की वर्तमान विष्णु देव साय सरकार ने मात्र डेढ़ से दो वर्ष के अल्प कालिक कार्यकाल में साय साय करते हुए दो सौ से उपर कंपनियां एवं निवेशकों को हरि झंडी दे दी है जिसमें समस्त सेक्टर में भिन्न भिन्न उत्पाद वस्तुओं का निर्माण, सहित बाजार उपलब्ध किया जाएगा यही नही स्थानीय निवेशकों के अलावा विदेशी कंपनी भी छग प्रदेश में अपने उत्पाद निर्माण करने में इच्छा जताई है जिनमें कमोबेश सात सौ से उपर कंपनी एवं पूंजी निवेशक अब भी कतार बद्ध में है यह उदगार (सी एस आई डी सी) छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबन्ध संचालक विश्वेश झा से खास चर्चा में बताई।
छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबन्ध संचालक विश्वेश झा ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकारों ने औद्योगिक विकास एवं निवेश क्षेत्र मे इस ओर बहुत से सफल कार्यक्रम के मध्यम से कंपनियों को आमंत्रित किया गया था परंतु बहुत सी अव्यवस्थाओं एवं आसुविधाओं की वजह से कंपनी अपने हाथ पीछे खिचने लगे इसका परिणाम यह हुआ की प्रदेश जहाँ से प्रारंभ हुआ था वहीं वापस आकर खड़ा दिखाई दिया परंतु वर्तमान की विष्णु देव साय सरकार ने नवीन नीति गत योजना के तहत अनेक कंपनियों, पूंजी निवेशकों को आकर्षक सुविधा उपलब्ध कराने का वादा किया जिसका परिणाम यह हुआ की बैंगलुरु, सहित जापान, एवं बस्तर जैसे नक्सला पिछड़े क्षेत्रों में कंपनियों एवं पूंजी निवेशकों ने अभिरुचि व्यक्त करते हुए उद्योग लगाने सहमत हो गए उद्योगों एवं पूंजी निवेशकों को सुविधा उपलब्ध कराने के संदर्भ में पूछे जाने पर उद्योग निगम के एम.डी. विश्वेश झा ने आगे बताया कि किसी भी कंपनी एवं उद्योग निर्माण हेतु भूमि की आवश्यकता पड़ती है जिसे सरकार मुहैया उपलब्ध करानें दृढ़ संकल्पित है इसके लिए वन विभाग सहित सरकार की औध्योगिक नीति के तहत अल्प राशि में भूमि वितरण करेगी इसके साथ ही किसी भी कंपनी के उत्पाद निर्माण मे आयातित मटेरियल रॉ मटेरियल के आवागमन की सुविधा हेतु बेहतर सड़क मार्ग निर्माण किया जा रहा है साथ ही उद्योग संचालन हेतु बिजली जल व्यवस्थाओं की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता प्रमुख है जो सरकार बिना व्यवधान के सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
स्थानीय छ्ग निवासियों एवं लधुत्तम,छोटे, मंझोले, उद्योगों की क्या भूमिका पूछे जाने पर छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक विश्वेश झा आगे बताते है कि उन्हे भी उद्योग नीति के तहत भूमि स्थल से लेकर उपरोक्त समस्त प्रकार की बिजली, पानी, मार्ग, सुविधाएं सरकार प्रदान करेगी इसके लिए किसी बिचोलिये की आवश्यकता नही छ्ग सरकार ने उक्त योजना का लाभ उठाने हेतु ऑन लाइन की व्यवस्था कर दी है जो कोई भी उद्योग लगाने वाले व्यक्ति सीधे छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम का पोर्टल से जानकारी प्राप्त कर सकता है एम. डी.विश्वेश झा आगे बताते है कि किसी भी उद्योग लगाने हेतु स्थानीय व्यक्ति जो छ्ग का मूल निवासी है वह अन्य कंपनी के साथ उप निवेशक सहित सहभागिता सुनिश्चत कर उद्योग को, स्ट्रैबाल,एवं ग्रोथ कर सकता है यही नही मैन्यु फैक्चरिंग से लेकर तकनीक, सहायक, कंप्युटर ऑपरेटर सहित दक्ष विधाओं में निपुण कुशल, अकुशल, कर्मचारीयों के कार्य हेतु रोजगार सृजन छ्ग उद्योग नीति में प्रमुखता से अंकित किया गया है ताकि कोई भी युवा बेरोजगार न रहे श्री झा आगे बताते है कि अब तक दो सौ ऊपर उद्योग निवेशक कंपनियों मे जिनमे प्रमुख रूप से गारर्मेंट, स्टील, इलेक्ट्रनिक, एल्युमिनियम, औषधि, हॉस्पिटल, होटल, मोटल जिनमें ताज होटल, विलसन जैसे होटल भी शामिल है जो राज्य के लिए उपलब्धि मानी जा रही है वही आई.टी. सेमी कंडक्टर, हेतु सुविधाऐं दी जा रही है चिप इत्यादि के लिए बहुत बड़ा बाजार है फार्मा निर्माण क्षेत्र में लोकल ग्रुप का सरलीकरण किया गया है ताकि निवेशक आकर्षित हो वही फूड इंडस्ट्रिज , जो जापान से आई है वह इस क्षेत्र को बढ़ावा देगी, उन्होंने आगे बताया कि अब तक छ्ग के मूल पूंजी निवेश 100 करोड़ रुपये तक लगभग पहुँच चुकी है रायपुर, सहित पाटन क्षेत्र, छोटे एवं लघु मंझोले उद्योग बस्तर में लगाने की योजना तेजी से कार्य कर रही है जहाँ राइस मिल, फूड इनवेस्टर ने रुचि दिखाई है इन्हे समस्त सुविधाए भविष्य में दी जाएगी उद्योग में सबसे बड़ा कार्य यह है कि लैंड ग्रहण, उपयोग, हेतु ऑन लाइन किया गया है।
जिसकी एन. ओ. सी. जिले के कलेक्टर द्वारा जन सुनवाई के मध्यम से संपूर्ण औपचारिकता करने के पश्चात दी जाएगी इसके लिए स्थानीय उधमियों एवं निवासियों में जागरुकता जरूरी है अधिक से अधिक शासन की योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए हालांकि अब तक 32% लोगों ने उद्योग लगाने जुड़ चुके है साथ ही बाहर के उधमी भी लगातार जुड़ रहे है जिसकी मुख्य वजह छ्ग प्रदेश को छ राज्य की सीमाएं जुड़ी हुई है यहाँ के निर्मित उत्पाद हेतु कथित राज्यों के बाजार में व्यापार खुला हुआ है जिसका लाभ भविष्य में नज़र आएगा वर्तमान में अनेक स्थानीय सहित विदेश की कंपनियों से लगातार मीटिंग चल रही है जिसमे अब तक 200 प्लास उद्योग लगाने सहमति बन चुकी है वही 700 उद्योग से निरंतर मीटिंग चल रही है जो छग सरकार के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कुशन मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में औद्योगिक विकास क्षेत्र में वैश्विक स्तर तक पहुचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है जो एक वर्ष में बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
रिपोर्टर : मज़हर इक़बाल
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