समाजिक कार्यकर्ता अनिल टाइगर ने गरीब परिवार के सहायता देने के लिए नगडी प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से लगाई मदद का गुहार*।

रांची : भगवान किसी को गरीबी दे पर बदनसीबी किसी को न दे। ऐसा ही एक मामला रांची जिला ,नगड़ी प्रखंड के नगड़ी पंचायत के गांव टिकरा महुआ टोली  में सामने आया है। जहां आवास योजना,या अबुआ आवास  के नाम पर सरकार, और प्रशासन गरीबों की खिल्ली उड़ा रहा है। इस बात का अंदाजा मिहीर चौबे की हालत को देखकर लगाया जा सकता है। नगडी पंचायत के टिकरा महुआ टोली  गांव में एक मजदूर मिहीर चौबे अपने पत्नी शिशिर चौबे , बेटा विश्वजीत  चौबे, और बेटी बेबी रानी  जो कि छुटी हुई है और बेबी रानी का 3साल का बेटा है इन लोगों  के पास ना रहने के लिए जमीन है ना ही रहने के लिए कोई घर ये लोग  दुसरे के जमीन में प्लास्टिक बांधकर रहने के लिए मजबुर है। मिहीर चौबे लम्बे समय से घुटने का दर्द से परेशान हैं वो अब मजदूरी नहीं कर पाता है उसकी पत्नी बुढ़ी हो चुकी है झोपड़ी का राशन पानी उसका 15 साल का बेटा विश्वजीत  चौबे और उसकी बेटी बेबी रानी के भरोसे चलता है।   नगड़ी प्रखंड जिला परिषद, नगड़ी पंचायत मुखिया, पंचायत समिति, BDO,  रांची संसद, हटिया विधायक, रांची Dc एवं  सभी प्रशासनिक  अधिकारियों से आग्रह  है। मिसिर चौबे के परिवारों को सरकार द्वारा चलाए गये योजनाएं से लाभांवित किया जाए।

रिपोर्टर : नदीम दानिश 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.