कानपुर के इस मंदिर में नही किया जाता रावण दहन , जाने

कानपुर का रावण मंदिर एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल हैं, जो भगवान रावण को समर्पित हैं. यह मंदिर कानपुर शहर के डीबी सिटी मॉल के पास स्थित हैं.कानपुर का रावण मंदिर 2003 में बनाया गया था.मंदिर के दर्शन के लिए भक्तों को सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक का समय दिया जाता हैं. मंदिर का निर्माण श्री रावन मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया गया था. मंदिर का उद्घाटन 2005 में किया गया था.मंदिर के निर्माण में लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत आई थी.

मंदिर की विशेषताएं
मंदिर में भगवान रावण की 44 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित हैं.मंदिर की वास्तुकला दक्षिण भारतीय शैली में बनी हुई हैं.मंदिर की दीवारों पर रामकथा के विभिन्न दृश्यों को चित्रित किया गया हैं.पूजा-अर्चना: मंदिर में प्रतिदिन पूजा-अर्चना की जाती हैं. मंदिर में विभिन्न हिंदू त्योहारों का आयोजन किया जाता हैं, जैसे कि दशहरा, दिवाली आदि.

मंदिर का महत्व
कानपुर का रावण मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं.यह मंदिर भगवान रावण को समर्पित हैं, जो रामायण के मुख्य पात्रों में से एक हैं. मंदिर में पूजा-अर्चना करने से भक्तों को आध्यात्मिक शांति और मानसिक शांति प्राप्त होती हैं.मंदिर में एक रामकथा संग्रहालय हैं, जिसमें रामायण से संबंधित चित्रों और मूर्तियों का प्रदर्शन किया गया हैं.मंदिर परिसर में भगवान शिव का एक अलग मंदिर हैं.वही मंदिर में पार्किंग और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं.मंदिर में दशहरा , दिवाली , रामनवमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता हैं.

नवरात्रि में आयोजन
नवरात्रि के दौरान, मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती हैं, जिसमें भक्तों की बड़ी संख्या में भागीदारी होती हैं.मंदिर में रावण के जीवन और रामायण के दृश्यों को चित्रित किया गया हैं, जो दर्शकों को आकर्षित करता हैं .कानपुर के रावण मंदिर में रावण दहन नहीं किया जाता हैं, क्योंकि यहाँ के लोग रावण को अपना पूज्य मानते हैं. इसके पीछे एक मान्यता हैं कि रावण दहन करने से गांव में आग लग सकती हैं 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.