पैर हिलाने से क्या होता है ?

अक्सर हम बैठे या लेटे हुए पैर हिलाने लगते है, और हमे पता भी नहीं चलता है . जब हम पैर हिलाते है तो हम अच्छा महसूस करते है. लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है? आईए जानते है . जब हम पैर हिलाते है तब व्यक्ति के शरीर में डोपामाइन हार्मोन बनने लगता है, जिससे उन्हें अच्छा फील होता है और वह बार-बार पैर हिलाता है। इसके अलावा जब किसी व्यक्ति को अच्छी नींद नहीं आती तो उसे थकान महसूस होने लगती है, तब वो लेटे- लेटे पैर हिलाने लगता है . इसे स्लीप डिसऑर्डर भी कहा जाता है, जो आयरन की कमी की वजह से होता है।
1. धमनियों की बीमारी को रोकने में मदद
वैसे तो पैर हिलाना शुभ नहीं माना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि बैठे बैठे पैर हिलाने से आपको कई फ़ायदे भी होते है.एक रिसर्च के मुताबिक़ यदि आप बैठे रहने के दौरान पैरों को हिलाते है तो इससे आपके पैरों की धमनियों की हिफ़ाज़त होती है और इससे धमनियों की बीमारी को रोकने में मदद मिलती है.
2. बार बार पैर हिलाने का मतलब तनाव या अवसाद
जो व्यक्ति बार बार पैर हिलाता तो वो किसी तरह के तनाव या अवसाद में होते हैं। ऐसे लोगों को डॉक्टर के संपर्क करना चाहिए। कुछ लोग रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के शिकार हो जाते हैं, जिसमें वह अपने पैर हिलाने लगते हैं। ऐसे लोगों को अपना इलाज करवाना चाहिए।
3. पैर हिलाने से व्यक्ति पतला होता है
बड़े बुज़र्गो का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति ज्यादा पैर हिलाता है वो पतला हो जाता है। लेकिन अगर लिमिट में हिलाया जाए तो ज्यादा दिक्कत नहीं होती है । कुर्सी या बिस्तर पर बैठे-बैठे पैर हिलाने से नुकसान होते हैं। हालांकि, ये एक सामान्य सी आदत है, लेकिन इसका आदत का खंडन करने का धार्मिक कारण है।
4. पैर हिलाने से माता लक्ष्मी होती हैं नाराज
वहीं पैर न हिलाने के धार्मिक कारण भी है , कहा जाता है कि बैठे बैठे पैर हिलाने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और धन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। धन की देवी माता लक्ष्मी के नाराज होने से धन संबंधित कार्यों में रुकावट आ जाती है और भाग्य भी साथ नहीं देता है। यह व्यक्ति के सुख, सफलता और धन के स्तर को कम करता है।
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