पौष पूर्णिमा कब है , जानें तिथि
RATNA
पौष पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी अपनी अष्ट सिद्धियों को जागृत करती हैं और पृथ्वी पर भ्रमण करते हुए व्यक्ति को धन-धान्य प्रदान करती हैं। इसी कारण से पौष पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान माना गया है।
साल 2025 में पौष पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 13 जनवरी को दोपहर 05 बजकर 03 मिनट पर होगी और समापन अगले दिन यानी 14 जनवरी को रात्रि को 03 बजकर 56 मिनट पर होगा। ऐसे में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को मनाई जाएगी।
पौष पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ-सुथरे कपड़े पहनने के बाद माता लक्ष्मी को हल्दी का तिलक लगाएं और उन्हें धूप-दीप दिखाएं. इस दिन कुछ रुपये पर हल्दी लगाकर मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें और फिर उसे अगले दिन अपने घर की तिजोरी में रख दें. इस उपाय को करने से घर में आर्थिक समस्याएं उत्पन्न नहीं होती हैं.
इसके अलावा मान्यता है कि मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाने से जीवन में सुखद-संपदा का आगमन होता है और मां लक्ष्मी का घर पर स्थाई वास होता है। वहीं पौष पूर्णिमा पर तुलसी के पौधे पर कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए क्यूंकि तुलसी का पौधा मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
हिन्दू धर्म में दान का बहुत बड़ा मत्तव है, पूर्णिमा के दिन गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करें इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इस दिन सुबह उठकर पीपल के पेड़ के सामने कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
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