इस मकर संक्रांति बन रहा शुभ संयोग, करें ये काम बनी रहेगी कृपा
RATNA
मकर संक्रांति का त्योहार पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस साल इस पावन पर्व पर पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है, ऐसे में अगर आप ये कुछ विशेष करेंगे तो सूर्य-शनि देव प्रसन्न होंगे . इस साल मकर संक्रांति पर 19 साल बाद अद्भुत संयोग बन रहा है.
जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है. हर साल ये दिन 14 जनवरी को होता है. इस बार माघ कृष्ण चतुर्थी में पुनर्वसु व पुष्य नक्षत्र के युग्म संयोग में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.
इस साल मकर संक्रांति पर खास तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं. ऐसे शुभ संयोग होने से मकर संक्रांति पर दान, स्नान और जप करने का महत्व बढ़ जाता है. इस साल मकर संक्रांति पर पुष्य नक्षत्र रहेगा, इसकी शुरुआत 14 जनवरी को सुबह 10.17 से होगी और समाप्ति 15 जनवरी को सुबह 10.28 पर होगी. पुष्य नक्षत्र के अधिपति शनि देव हैं, वहीं मकर संक्रांति भी शनि देव को समर्पित है.
मकर संक्रांति पर खरमास भी समाप्त हो रहे हैं ऐसे में पुष्य नक्षत्र के दिन खरीदारी, मांगलिक कार्य और निवेश के लिए ये दिन बहुत शुभ रहेगा.
मकर संक्रांति के दिन गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
इस पर्व में मकर संक्रांति पर्व के दिन तिल-गुड़ और खिचड़ी खाना शुभ होता है. देश के कुछ राज्यों में यह भी मान्यता है कि चावल, दाल और खिचड़ी का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करना काफी फलदायी माना जाता है.
महाभारत युद्ध में भीष्म पितामह ने भी प्राण त्यागने के लिए इस समय अर्थात सूर्य के उत्तरायण होने तक प्रतीक्षा की थी. सूर्योदय के बाद खिचड़ी आदि बनाकर तिल के गुड़वाले लडडू प्रथम सूर्यनारायण को अर्पित करना चाहिए बाद में दानादि करना चाहिए.
किसी गौशाला में हरी घास और गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें.
जरूरतमंद लोगों को ऊनी वस्त्र या कंबल का दान जरूर करें.
No Previous Comments found.