भूल कर भी न करें बसंत पंचमी पर ये काम, मां सरस्वती होंगी नाराज़

इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को है, मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवी मां सरस्वती प्रकट हुई थी, जिनकी कृपा से ही व्यक्ति बुद्धि और विद्या पाता है. माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बुद्धि, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। बसंत पंचमी पर माता सरस्वती की पूजा में कुछ खास मंत्रों का जाप करना चाहिए .
संसार को बुद्धि, विद्या और वाणी प्रदान करने वाली मां सरस्वती का जन्मोत्सव बसंत पंचमी पर मनाया जाता है. ये दिन छात्रों, कला, संगीत के क्षेत्र से जुड़े के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.
बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनकर मां सरस्वती को पीले रंग का भोग लगाना शुभ मन जाता है. इस दिन कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए , ऐसा करने से मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है.
बसंत पचंमी के दिन खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए, इस दिन तामसिक चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए, ऐसा न करने वालों से मां सरस्वती रुष्ट हो जाती हैं। बसंत पंचमी पर प्याज और लहसुन का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें भी तामसिक चीजों में ही गिना जाता है। बसंत पचंमी के दिन सिर्फ सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
इस मौके पर मां सरस्वती को बूंदी का प्रसाद चढ़ाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से ज्ञान की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही आप भोग के रूप में देवी को मीठे पीले चावल या फिर पीली मिठाई अर्पित कर सकते है।
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