माघी पूर्णिमा पर करें ये उपाय , मिलेगा पितृ दोष से मुक्ति

माघ महीने की पूर्णिमा का दिन हिन्दू धर्म में काफी महत्व रखता है, आज माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को है. इस दिन गंगा स्नान, दान, मंत्र जाप आदि का ख़ास महत्व होता है. धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु स्वंय ही गंगाजल में निवास करते हैं। इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा सूर्यदेव को जल अर्घ्य देने के बाद दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। साथ ही विष्णुजी और मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है।  

इस दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए एक उत्तम तिथि माना है।  12 फरवरी को मनाई जा रही माघी पूर्णिमा पर आप पितृ दोष से राहत पाने के लिए ये उपाय कर सकते हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है। ऐसे में पूर्णिमा के दिन पितरों को याद करते हुए इस दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसी के साथ मिट्टी के दीपक में तेल डालकर बाती जलाएं और छत पर दक्षिण दिशा में रख दें। इसके साथ ही पितरों का ध्यान करते हुए अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें। इन उपायों को करने से पितृ दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। 

माघ पूर्णिमा पर स्नान, दान, हवन, व्रत और जप किये जाते हैं. साथ ही, इस दिन भगवान विष्णु का पूजन, पितरों का श्राद्ध और गरीब व्यक्तियों को दान देना चाहिए. इस शुभ दिन पर सुबह  सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी, जलाशय, कुआं या बावड़ी में स्नान करें और स्नानादि के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दें. 

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