महाशिवरात्रि: 149 साल बाद बन रहा दुर्लभ योग, राशि अनुसार करें पूजा

26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व है, ये पर्व इस बार बेहद खास माना जा रहा हैं. इस बार शिवरात्रि के दिन सूर्य, बुध और शनि एक साथ कुंभ राशि में स्थित रहेंगे. ऐसा संयोग लगभग149 साल बाद बन रहा है. इन तीनों ग्रहों की युति और महाशिवरात्रि का योग का संयोग बन रहा है.मान्यताओं के आनुसार ग्रहों के दुर्लभ योग में शिव पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं जल्द पूरी हो सकती हैं, ऐसे में महाशिवरात्रि पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग बनने पर अगर आप इस तरह से राशि अनुसार शिव पूजन करेंगें तो आपके ऊपर भगवान शिव की कृपा बनी रहेगी.
राशि अनुसार शिव पूजन
मेष राशि - गुड़ के जल से अभिषेक करें, लाल पेड़ा, लाल चंदन और कनेर के फूल चढ़ाऐं।
वृष राशि - दही से अभिषेक करें, शक्कर, चावल, श्वेत चंदन और सफेद फूल चढ़ाऐं।
मिथुन राशि - गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करें, मूंग, दूब और कुशा चढ़ाऐं।
कर्क राशि - घी से अभिषेक करें, चावल, कच्चा दूध, श्वेत आर्क और शंख पुष्पी अर्पित करें।
सिंह राशि - गुड़ के जल से अभिषेक करें, गुड़ और चावल से बनी खीर का नैवेद्य, मदार के फूल अर्पित करें।
कन्या राशि - गन्ने के रस से अभिषेक करें, भांग, दूब, मूंग और पान अर्पण करें।
तुला राशि - सुगंधित तेल या इत्र्ा से अभिषेक करें, दही, शहद, श्रीखंड का नैवेद्य और श्वेत फूल चढ़ाऐं।
वृश्चिक राशि - पंचामृत से अभिषेक करें, लाल मिठाई एवं लाल पुष्प चढ़ाऐं।
धनु राशि - हल्दीयुक्त दूघ से अभिषेक करें, केसर, बेसन से बने मिष्ठान और गेंदे के फूल चढ़ाऐं।
मकर राशि - नारियल पानी से अभिषेक करें, उड़द से बने मिष्ठान और नीलकमल के फूल अर्पित करें।
कुम्भ राशि - तिल के तेल से अभिषेक करें, उड़द से बने मिष्ठान और शमी का फूल चढ़ाऐं।
मीन राशि - केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें, दही-भात का नैवेद्य, पीली सरसों और नाग केसर अर्पित करें।
No Previous Comments found.