महाशिवरात्रि पर भूल कर भी न चढ़ाएं ये फल

कल 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा.  इस दिन सच्चे मन से भोले बाबा की पूजा करने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है.  शिवभक्त पूजा-पाठ कर भगवान को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस दिन पूजा -पाठ कर भगवान शिव को फल-फूल चढ़ाए जाते हैं.  लेकिन कुछ ऐसे फल हैं जो  महाशिवारात्रि की पूजा में शिवलिंग पर भूल कर भी नहीं चढ़ाए जाते हैं. आईये जानते हैं कौन से वो फल हैं.

भगवान शिव की पूजा में वैसे तो अलग-अलग प्रकार की चीजें या फिर किसी राजसी सामग्रियों की आवश्यकता नहीं होती. आप उन्हें एक लोटा शुद्ध जल अर्पित कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. क्योंकि शिवजी की पूजा बहुत ही सरल और साधारण होती है.लेकिन फिर भी पूजा में शिवलिंग पर इन फलों को नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से भोलेनाथ नाराज हो सकते हैं.

शिवलिंग पर पूजा के दौरान नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए. कहा जाता है नारियल की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई और इसे देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी भी हैं. ऐसे में भगवान शिव को नारियल चढ़ाने का अर्थ यह होता है कि, आप उन्हें लक्ष्मी अर्पित कर रहे हैं. इसलिए शिवजी की पूजा में नारियल नहीं चढ़ाया जाता है.

शिवलिंग पर केतकी, कनेर या लाल रंग के फूल जैसे कमल आदि अर्पित नहीं किए जाते। शिवलिंग पर इन फूलों के अलावा अन्य फूल अर्पित कर सकते हैं। महादेव बेलपत्र, भांग, धतूरा, जलाभिषेक आदि चीजें से ही प्रसन्न हो जाते हैं इसलिए शिवलिंग के पूजन में इन तरह के फूलों का प्रयोग करना वर्जित बताया गया है।

इसके अलावा भोले बाबा को टूटी या कटी हुई चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए. फल चढ़ाते समय ये ज़रूर ध्यान रखना चाहिए कि पूजा में  भगवान को साबुत चीजें ही चढ़ाएं. 

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