महाशिवरात्रि पर ही कर लें शुभ कार्य, कल से शुरू पंचक काल

आज 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि का पावन पर्व देश भर में धूमधाम से मनाई जा रही है. कल से पंचक काल भी शुरू हो रहा है. ऐसे में आप अपने शुभ मांगलिक कार्य आज ही निपटा लें, क्यूंकि पंचक में शुभ काम करना वर्जित होता हैं. आईये जानते हैं जानें पंचक कब से कब तक रहेंगे.
महाशिवरात्रि के अगले दिन यानि कल 27 फरवरी 2025 को सुबह 4.37 मिनट से पंचक शुरू हो जाएंगे. इसकी समाप्ति 3 मार्च 2025 को सुबह 6.39 मिनट पर होगी.
वहीं शास्त्रों के अनुसार सारे पंचक अशुभ नहीं होते. इस साल पंचक कल यानि गुरुवार से शुरू हो रहे हैं. गुरुवार से शुरू होने वाले पंचक दोष रहित होते हैं. लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर इस दौरान में कुछ शुभ कामों को नहीं करना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार पंचक में कोई भी नया और शुभ काम करना अनुकूल नही होता है, ऐसे में अगर आपन कोई शुभ काम की शुरुआत करते हैं तो उसमें बाधाएं आ सकते है.
आईये जानते हैं कौन से है वो कार्य जो पंचक में नहीं करने चाहिए-
पंचक के 5 दिन तक विवाह, गृह प्रवेश, वाहन खरीद जैसी शुभ कार्य करना वर्जित है. हिंदू धर्म के अनुसार इस दौरान किए गए कोई भी मांगलिक कार्य विवाद, मनमुटाव , असफलता और कार्यों के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. इसके अलावा -
- पंचक में तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.
- नाखून और बाल नहीं कटवाने चाहिए.
- दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए.
- शादी, गृह प्रवेश, नया घर बनाने जैसे काम नहीं करने चाहिए.
- धन का लेन-देन करने से बचना चाहिए.
- किसी भी शुभ काम या कारोबार की शुरुआत नहीं करनी चाहिए.
- घर की छत नहीं बनवानी चाहिए.
- पलंग या चारपाई नहीं बनवानी चाहिए.
- लकड़ी इकट्ठा करना या खरीदना नहीं करना चाहिए.
वहीं अगर पंचक काल में किसी इंसान की मौत हो जाए तो शव के साथ पांच आटे के पुतले जलाकर पंचक दोष खत्म होने के लिए किया जाता है. बता दें कि अगर किसी व्यक्ति की पंचक काल में मृत्यु हो जाती है तो घर-परिवार के सदस्यों और आस-पास के क्षेत्र के लोगों पर भी संकट मंडराने लगता है. ऐसा न हो इसलिए शव के साथ पांच आटे के पुतले जलाए जाते है.
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