RAMZAAN 2025: भूल कर भी न करें रोज़ा में ये काम

इस्लाम धर्म का सबसे पाक महीना रमज़ान सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस दौरान सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमान रोज़ा रख कर अल्लाह की इबादत करते हैं और नेक कामों में हिस्सा लेते हैं. रमज़ान के इस पाक महीने में व्यक्ति का स्वाभाव, आचरण , व्यवहार पर काफी नियंत्रण रखना होता है. इस दौरान खाने पीने के कुछ चीजों से परहेज़ करने के अलावा मन की शुद्धता का काफी ध्यान रखना ज़रूरी होता है, ऐसे में कई कामों को रमजान के महीने में करने से बचना चाहिए. आईये जानते हैं रोज़ा रखने के दौरान कौन से काम नहीं करने चाहिए.
खान-पान
रोज़ा रखने वाले मुसलमान सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी नहीं खाते और न ही पानी पीते हैं. यह सिर्फ खान-पान से परहेज करने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि आत्मसंयम और आध्यात्मिक शुद्धि का भी माध्यम है.
रोज़े की शुरुआत सहरी से होती है, जो सूरज निकलने से पहले किया जाता है. इसके बाद पूरे दिन कुछ नहीं खाया-पिया जाता और सूर्यास्त के समय इफ्तार के साथ रोज़ा खोला जाता है. इस दौरान मुसलमान नमाज पढ़ते हैं, अल्लाह की इबादत करते हैं और अपने रोज़मर्रा के काम करते हैं.
भूलकर भी न करें ये काम
रोज़े के दौरान केवल खाने-पीने से परहेज करना ही जरूरी नहीं होता, बल्कि किसी का नुकसान करना या कोई गलत काम देखना मना होता है. रोज़े की हालत में यौन संबंध बनाने की भी मनाही होती है और यदि रात में ऐसा होता है तो सुबह सहरी से पहले शुद्ध होना जरूरी है.
नमाज
रमज़ान के दौरान मुसलमान तरावीह नमाज भी पढ़ते हैं. यह विशेष नमाज ईशा की नमाज के बाद अदा की जाती है और इसमें 20 रकात नमाज होती है. इस दौरान क़ुरआन की तिलावत की जाती है, और पूरे रमज़ान में क़ुरआन के 30 पारे (अध्याय) मुकम्मल किए जाते हैं.
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