"संध्या सूर्य पूजन से जीवन में सुख और सफलता कैसे पाएं"

सूर्य देव को ऊर्जा, सेहत, मान-सम्मान और सफलता का कारक माना गया है। स्वास्थ्य लाभ, करियर और नौकरी में सफलता, धन और समृद्धि, नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा, कुंडली के दोषों के निवारण के लिए हर रविवार को सूर्य देव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। "सूर्य पूजा से जीवन में स्वास्थ्य, आत्मबल, सम्मान, समृद्धि और आध्यात्मिक शक्ति का जबरदस्त विकास होता है।" आईये जानते हैं सूर्य देव की पूजा करने के मुख्य लाभ के बारे में :
स्वास्थ्य लाभ:
- सूर्य पूजा से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
- आँखों की रोशनी तेज होती है, हड्डियाँ मजबूत होती हैं।
- त्वचा के रोग, कमजोरी और थकावट में भी लाभ होता है।
आत्मबल और आत्मविश्वास:
- डर, संकोच और हीन भावना खत्म होती है।
- व्यक्तित्व में चमक आती है, बोलने में प्रभाव बढ़ता है।
करियर और नौकरी में सफलता:
- सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए सूर्य पूजा अत्यंत लाभकारी है।
- प्रमोशन, उच्च पद, मान-सम्मान और प्रसिद्धि मिलती है।
- पिता और उच्च अधिकारियों से संबंध सुधरते हैं:
- सूर्य ग्रह "पिता" और "बड़े अधिकारियों" का कारक है।
- पूजा से इनके साथ संबंध मधुर बनते हैं और सहयोग मिलता है।
धन और समृद्धि:
- आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है।
- नए अवसर और धन के साधन खुलते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा:
- सूर्य पूजा से नकारात्मक विचार और दुर्भावनाएँ दूर होती हैं।
- जीवन में सकारात्मक सोच और खुशी आती है।
कुंडली के दोषों का निवारण:
- कमजोर सूर्य से संबंधित दोष (जैसे आत्मविश्वास की कमी, पिता से दूरी, करियर में रुकावट) दूर होते हैं।
- सूर्य पूजा से "सूर्य महादशा" या "अशुभ दशा" के प्रभाव कम किए जा सकते हैं।
मान-सम्मान और यश:
- समाज में इज्जत बढ़ती है, लोग आपकी बात को महत्व देते हैं।
- नेतृत्व क्षमता में उन्नति होती है।
रविवार को शाम को सूर्य देव की पूजा करने के भी खास लाभ होते हैं। आईये जानते हैं उन लाभ के बारे में भी-
आभार व्यक्त करना
दिनभर हमें जो ऊर्जा, रोशनी और जीवन शक्ति मिली, उसके लिए धन्यवाद देना आध्यात्मिक रूप से बड़ा फल देता है। इससे जीवन में विनम्रता और संतुलन आता है।
मानसिक शांति और तनाव मुक्ति
सूर्यास्त के समय पूजा करने से मन शांत होता है। दिनभर की भागदौड़ और तनाव कम होता है। इससे नींद भी अच्छी आती है।
नकारात्मकता का नाश
शाम के समय वातावरण में नकारात्मक शक्तियाँ बढ़ती हैं। सूर्य पूजा से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, और नकारात्मकता दूर होती है।
आत्मबल और इच्छाशक्ति में वृद्धि
नियमित सूर्य पूजन से आत्मबल मजबूत होता है। आप अपने लक्ष्यों को लेकर ज्यादा स्पष्ट और संकल्पशील बनते हैं।
कर्म सुधार और कल्याण
ज्योतिष के अनुसार सूर्य पापों का क्षय करने वाले हैं। शाम को पूजा करने से अनजाने में हुए दोष भी धीरे-धीरे शांत होते हैं।
भविष्य को उज्जवल बनाना
जब आप सूर्यास्त के समय सूर्य देव से प्रार्थना करते हैं, तो यह एक संकेत है कि आप कल के नए सूरज के साथ अपने जीवन में भी उजाला चाहते हैं। यह सकारात्मक भविष्य निर्माण का आध्यात्मिक संकेत है।
छोटे शब्दों में कहें तो शाम को सूर्य पूजा करने से तन-मन शांत, आत्मा पवित्र और भविष्य उज्जवल बनता है।
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