"क्यों है दूसरा बड़ा मंगल इतना खास?

"बड़ा मंगल" उत्तर भारत, खासकर लखनऊ और उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य हिस्सों में मनाया जाने वाला एक विशेष मंगलवार होता है, जो ज्येष्ठ माह (मई-जून) के दौरान आता है। इस माह के हर मंगलवार को भगवान हनुमान जी की विशेष पूजा होती है। इनमें सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण होते हैं पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे मंगल,जिनमें दूसरा बड़ा मंगल विशेष श्रद्धा से मनाया जाता है। कल यानी 20 मई को दूसरा बड़ा मंगल मनाया जाएगा. 

दूसरा बड़ा मंगल क्यों है खास?

बड़ा मंगल ज्येष्ठ महीने के मंगलवारों में मनाया जाता है, लेकिन "दूसरा बड़ा मंगल" को विशेष रूप से खास माना जाता है। इसके पीछे धार्मिक आस्था, सामाजिक परंपरा और जनभावनाएं जुड़ी होती हैं।

1. धार्मिक मान्यता के अनुसार खास:
मान्यता है कि दूसरे बड़े मंगल पर हनुमान जी विशेष रूप से अपने भक्तों की प्रार्थनाएं सुनते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

संकटों से मुक्ति का दिन:
यह दिन “संकटमोचन” हनुमान जी से अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति मांगने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। 
हनुमान जी ने लंका जाकर सीता माता का पता इसी काल में लगाया था, ऐसा भी कुछ ग्रंथों में उल्लेख मिलता है, जिससे यह दिन विशेष पुण्यदायक माना जाता है।

2. सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से खास:
लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में धूमधाम से आयोजन:
लखनऊ में तो यह दिन त्योहार की तरह मनाया जाता है। मंदिरों को सजाया जाता है, विशेष भंडारों का आयोजन होता है।

सैकड़ों भंडारे और शरबत सेवा:
लोग इस दिन निःशुल्क भोजन, जल सेवा, फल वितरण जैसे पुण्य कार्य करते हैं। सड़कों पर भंडारे, पंडाल और सेवा टेंट दिखते हैं।

समुदाय की एकता और सेवा भावना:
यह दिन समाज में सेवा, दान और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है, जिससे यह सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी खास बन जाता है।

3. भक्तों की आस्था और ऊर्जा का चरम:

  • मंदिरों में घंटों लंबी कतारें लगती हैं।
  • लोग घरों में भी पूजा-पाठ और हवन करते हैं।
  • युवाओं में भक्ति, सेवा और ऊर्जा की अद्भुत लहर देखने को मिलती है।

"दूसरा बड़ा मंगल" केवल एक दिन नहीं, बल्कि भक्ति, सेवा और एकता का त्योहार है, जो भगवान हनुमान की कृपा और भक्तों की श्रद्धा को दर्शाता है। यही उसे बाकी मंगलों से विशेष और खास बनाता है।
 

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