शोक और संयम का महीना: मुहर्रम में भोजन से जुड़ी बातें

मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है और शिया व सुन्नी दोनों मुसलमानों के लिए यह एक बेहद अहम और पवित्र समय होता है। खासतौर पर शिया समुदाय के लिए यह मातम का महीना होता है क्योंकि इसी महीने में इमाम हुसैन (अलैहिस्सलाम) और उनके परिवार के सदस्यों की करबला में शहादत हुई थी। इसी वजह से मुहर्रम में खानपान और रहन-सहन को लेकर कुछ विशेष परंपराएं और मान्यताएं होती हैं। ऐसे में आईये जानते है मुहर्रम में क्या खाएं और क्या न खाएं?
मुहर्रम में क्या खाएं?
सादा और सात्विक भोजन:
मुहर्रम के दिनों में आमतौर पर लोग सादा और हल्का भोजन करते हैं। अधिकतर शिया समुदाय के लोग विशेषकर पहले 10 दिन बहुत सादगी से रहते हैं।
नियाज़ और तबर्रुक:
मुहर्रम के दौरान 'नियाज़' और 'तबर्रुक' (प्रसाद) तैयार किया जाता है, जो लोगों में बांटा जाता है। यह आमतौर पर खिचड़ी, हलवा, जर्दा चावल, फलों या दूध से बनी चीजें होती हैं।
पानी का विशेष महत्व:
करबला की घटना में हज़रत हुसैन और उनके परिवार को पानी से महरूम रखा गया था, इसलिए पानी को विशेष आदर दिया जाता है। कुछ जगहों पर 'सबील' (पानी की प्याऊ) लगाई जाती है।
फलों और हल्के स्नैक्स:
कई लोग इन दिनों फल, ड्राय फ्रूट्स या हल्की मिठाइयों का सेवन करते हैं।
मुहर्रम में क्या नहीं खाएं?
मांसाहार से परहेज़:
बहुत से मुसलमान विशेष रूप से शिया समुदाय के लोग मुहर्रम के पहले 10 दिनों (या पूरे महीने) तक मांस, चिकन या किसी भी प्रकार के मांसाहारी भोजन से परहेज़ करते हैं।
भोजन में तामझाम नहीं:
यह महीना शोक का होता है, इसलिए तामझाम वाला खाना, दावतें या व्यंजनों की विविधता से परहेज़ किया जाता है।
शराब या नशे से बचाव:
इस्लाम में वैसे भी ये हराम है, लेकिन मुहर्रम में विशेष रूप से शुद्ध और संयमी जीवन जीने की सलाह दी जाती है।
खुशियों वाला भोजन नहीं:
केक, मिठाई या ऐसे खाद्य पदार्थ जो खुशी के अवसरों से जुड़े हों, उनसे दूरी बनाए रखते हैं।
इस दौरान ध्यान रखें- मुहर्रम त्योहार नहीं, बल्कि शोक और बलिदान की याद का समय है।खानपान से अधिक भावना, आस्था और संयम इस महीने की विशेषता है। इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते हुए लोग सेवा और संयम का रास्ता अपनाते हैं। अगर आप किसी मुस्लिम समुदाय के आसपास रहते हैं या उनके साथ जुड़ना चाहते हैं, तो इस महीने उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए संयमित आचरण और व्यवहार करें।
No Previous Comments found.