व्यातिपात योग 2025: 26 जुलाई को सावधान रहें! जानें बचाव के अचूक उपाय!

हिंदू पंचांग के अनुसार, व्यातिपात योग को बहुत ही अशुभ और दुर्घटनाओं-दुर्भाग्य का संकेतक योग माना जाता है। यह योग सूर्य और चंद्रमा की विशेष स्थिति में बनता है और इसका प्रभाव मानसिक तनाव, विवाद, दुर्घटनाएं और अनहोनी घटनाओं से जुड़ा होता है। 26 जुलाई 2025 को यह योग बन रहा है, इसलिए विशेष सतर्कता और उपायों की आवश्यकता है।
व्यातिपात योग में क्या न करें?
- नए कार्य की शुरुआत न करें – व्यवसाय, नया सौदा, मकान खरीदना, नौकरी बदलना आदि टालें।
- यात्रा से बचें – विशेषकर लंबी दूरी की या जोखिमपूर्ण यात्राएं न करें।
- महत्वपूर्ण निर्णय न लें – धन निवेश, कानूनी विवाद, पारिवारिक निर्णय स्थगित करें।
- झगड़ा और वाद-विवाद से बचें – क्रोध और वाणी पर संयम रखें।
- शुभ कार्यों (विवाह, मुहूर्त आदि) से परहेज करें – मांगलिक कार्यों के लिए यह दिन वर्जित होता है।
व्यातिपात योग में क्या करें?
- भगवान शिव की आराधना करें – महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें – नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
- दान-पुण्य करें – गरीबों को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करें।
- शांतिपाठ और रुद्राभिषेक कराएं – विशेष रूप से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- चंद्रमा और सूर्य को अर्घ्य दें – मानसिक शांति और ग्रहदोष शांति के लिए लाभकारी है।
व्यातिपात योग के विशेष उपाय (उपाय बहुत कारगर माने जाते हैं):
- काले तिल और जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- घर में कर्पूर जलाकर शुद्धिकरण करें।
- पीपल के वृक्ष की पूजा करें और सात परिक्रमा करें।
- "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जप करें।
26 जुलाई 2025 का व्यातिपात योग साधारण दिन नहीं है। इस दिन विशेष सतर्कता रखें, शुभ कार्यों से बचें और धार्मिक उपायों से नकारात्मक प्रभाव को न्यूनतम करें। यह दिन संयम और साधना का है।
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