Mangal Mahadasha: मंगल की महादशा बढ़ाती है क्रोध और विवाद, मंगल के अशुभ प्रभाव को दूर करने के सरल उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक ग्रह अपनी महादशा में व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है। इन्हीं में से एक है मंगल की महादशा (Mangal Mahadasha), जो लगभग सात वर्ष तक चलती है। यह काल व्यक्ति के जीवन में जोश, साहस और आत्मविश्वास का संचार करता है, लेकिन साथ ही क्रोध, विवाद और संघर्ष की संभावना भी बढ़ा सकता है।

मंगल महादशा की अवधि और प्रकृति

मंगल (Mars) अग्नि तत्व ग्रह है, जिसे ऊर्जावान, पराक्रमी और युद्धप्रिय ग्रह माना जाता है। इसकी महादशा लगभग 7 साल तक चलती है। यह समय व्यक्ति के अंदर जोश, प्रतिस्पर्धा की भावना और नेतृत्व क्षमता को जाग्रत करता है।

1.मंगल महादशा के सकारात्मक प्रभाव

ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि:
मंगल व्यक्ति को साहस, जोश और दृढ़ निश्चय देता है। यह समय आत्मविश्वास से भरा होता है।

करियर में सफलता:
जो लोग सेना, पुलिस, इंजीनियरिंग, खेल या तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हैं, उनके लिए यह समय बेहद शुभ हो सकता है।

नेतृत्व और निर्णय क्षमता में सुधार:
व्यक्ति में नेतृत्व करने और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है।

शारीरिक शक्ति में वृद्धि:
मंगल व्यक्ति की शारीरिक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे कठिन परिस्थितियों का सामना करने में मदद मिलती है।

2.मंगल महादशा के नकारात्मक प्रभाव

क्रोध और आक्रामकता:
इस दौरान व्यक्ति जल्दी गुस्सा हो सकता है, जिससे रिश्तों और कार्यस्थल पर विवाद बढ़ सकते हैं।

संघर्ष और कोर्ट-कचहरी के मामले:
मंगल की अशुभ स्थिति कानूनी विवाद, संपत्ति के झगड़े या दुर्घटना के योग बना सकती है।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं:
रक्तचाप, बुखार, रक्त विकार या चोट जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

वित्तीय अस्थिरता:
अचानक खर्च बढ़ सकते हैं या निवेश में नुकसान हो सकता है।

3.मंगल की अशुभ महादशा से बचने के उपाय

हनुमान जी की पूजा करें:
मंगलवार के दिन हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं, लाल चोला पहनाएं और “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें।

पान का बीड़ा अर्पित करें:
मंगलवार को बजरंगबली को पान का बीड़ा अर्पित करने से नकारात्मकता दूर होती है।

दान करें:
मंगलवार के दिन गुड़, लाल वस्त्र, तांबा, लाल मसूर या भुने चने बंदरों या गायों को खिलाएं।

मंत्र जाप करें:
मंगल ग्रह को शांत करने के लिए “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का जाप 108 बार करें।

मूंगा रत्न धारण करें:
योग्य ज्योतिषी की सलाह से मूंगा (Coral) रत्न तांबे या सोने में धारण करें। यह मंगल के शुभ प्रभावों को बढ़ाता है।

मंगल महादशा में जीवनशैली के सुझाव

  • क्रोध पर नियंत्रण रखें और ध्यान या योग का अभ्यास करें।
  • मांसाहार, मद्यपान और गाली-गलौज से दूरी बनाएं।
  • माता-पिता और भाइयों का आदर करें — इससे मंगल दोष कम होता है।
  • लाल रंग के वस्त्रों का अधिक उपयोग न करें यदि अत्यधिक क्रोध महसूस हो।

मंगल की महादशा जीवन में जोश, साहस और शक्ति प्रदान करती है, लेकिन यदि इसका प्रभाव अशुभ हो जाए तो यह क्रोध, विवाद और संघर्ष का कारण भी बन सकती है। हनुमान जी की भक्ति, दान, मंत्र जाप और संयमित जीवनशैली अपनाकर इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
सही उपाय और सकारात्मक दृष्टिकोण से यह सात वर्षों की अवधि सफलता और आत्मविकास का मार्ग भी बन सकती है।

 

 

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