ऑपरेशन सिंदूर बनाम ऑपरेशन महादेव- एडवोकेट शिव सिंह

रेवा - लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस चल रही है सरकार ऑपरेशन सिंदूर को पूरी तरह से सफल बता रही है और दूसरी ओर विपक्ष यह सवाल कर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पहलगाम घटना में शामिल कितने आतंकवादी मारे गए और सीज फायर क्यों और किसके आदेश से हुआ जिसका सरकार ने स्पष्ट रूप से जवाब तक नहीं दिया बहस के दौरान ही सरकार ने एक नया ऑपरेशन शुरू किया जिसका नाम रखा गया महादेव ऑपरेशन सरकार ने दावे के साथ कहा कि महादेव ऑपरेशन के तहत उन्होंने पहलगाम के मास्टरमाइंड को मार गिराया सरकार के उक्त ऑपरेशनों का जिक्र करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव शिव सिंह ने कहा कि इसका मतलब पहलगाम घटना के मुख्य दोषी ऑपरेशन सिंदूर में मारे ही नहीं गए तो फिर सरकार ऑपरेशन सिंदूर को पूरे देश में प्रचार करके सफल क्यों बता रही है उन्होंने कहा कि महादेव ऑपरेशन इस बात का ताजा उदाहरण है शिव सिंह ने पहलगाम घटना का सच बताते हुए कहा कि पहलगाम से पाकिस्तान बॉर्डर की दूरी लगभग 400 किलोमीटर है जहां पहलगाम से पाकिस्तान बॉर्डर के बीच सात जिले मौजूद हैं जिसमें कुपवाड़ा बारामुला बांदीपुरा गांदेरबल श्रीनगर पुलवामा एवं जिला अनंतनाग शामिल है उक्त सात जिलों में लगभग 6 लाख से अधिक सेना के जवान तैनात है साथ में हजारों की संख्या में स्थानीय पुलिस बल भी मौजूद है जहां बॉर्डर के जिले कुपवाड़ा से अनंतनाग के जिले पहलगाम पहुंचने में लगभग 100 से ज्यादा चेक पॉइंट है हर जगह सीसीटीवी कैमरे एवं ड्रोन टेक्नोलॉजी के इंतजाम हैं इसके बावजूद भी पाकिस्तानी आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुंचे यह देश के लिए चिंता के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय जांच का विषय है शिव सिंह ने कहा कि पूरा देश पहलगाम घटना के बाद दुश्मनों के खिलाफ खड़ा था देश की सेना बढ़ चढ़कर मिशन पूरा करने में लगी थी लेकिन सरकार के सीज फायर ने सभी को अचंभित कर दिया आज देश को सदन के माध्यम से स्पष्ट जवाब तक नहीं दिया जा रहा है आज ऑपरेशन महादेव के माध्यम से पहलगाम के मास्टरमाइंड को मारने का दावा किया जा रहा है तो फिर ऑपरेशन सिंदूर को सरकार सफल क्यों बता रही है यह गंभीर जांच का विषय है शिव सिंह ने कहा कि सरकार बदलने पर पहलगाम घटना का सच भी पढ़ाया जाएगा l
रिपोर्टर - अर्जुन तिवारी
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