जब टमाटर की जड़ें फूल जाएँ और पौधा सूखने लगे, तो करें ये 5 काम

अगर टमाटर के पौधे मुरझाने लगें और उनकी जड़ें फूल जाएँ, तो यह पौधे की जड़ सड़न (Root Rot), फंगल इंफेक्शन, या ओवरवॉटरिंग (अधिक पानी) का संकेत हो सकता है। इसका तुरंत इलाज जरूरी है ताकि पौधा बचाया जा सके।
समस्या के संभावित कारण:
1. अधिक पानी देना (Overwatering)
लगातार पानी देने से मिट्टी में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
इससे जड़ें सड़ने लगती हैं और फूल जाती हैं।
2. जड़ सड़न (Root Rot) – फंगस के कारण
यह एक फंगल रोग है (जैसे Pythium, Phytophthora) जो गीली मिट्टी में फैलता है।
जड़ें काली, मुलायम और फूलती हैं।
3. खराब ड्रेनेज (Poor Drainage)
अगर गमले या खेत में पानी जमता है, तो जड़ों को नुकसान होता है।
4. निमाटोड (Nematode) संक्रमण
यह मिट्टी में रहने वाले छोटे कीड़े होते हैं जो जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।
इससे जड़ें गांठदार (फूली हुई) हो जाती हैं।
क्या करें – उपाय और इलाज:
1. पौधे की जड़ें चेक करें:
पौधे को धीरे से निकालें और जड़ों को देखें।
अगर जड़ें काली, गंधयुक्त, या फूली हुई हैं तो यह रोगग्रस्त हैं।
2. संक्रमित हिस्से हटा दें:
सड़ी हुई जड़ों को साफ, धारदार ब्लेड से काट दें।
पौधे को कुछ समय छाया में सूखने दें।
3. नई, सूखी और अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी में लगाएं:
पुराने गमले या मिट्टी को न दोहराएं।
मिट्टी में नीमखली, ट्राइकोडर्मा पाउडर, या फंगीसाइड मिलाएं।
4. पानी देना कम करें:
मिट्टी सूखने पर ही पानी दें।
सुबह जल्दी पानी दें, ताकि मिट्टी दिनभर में सूख सके।
5. जैविक उपचार करें:
नीम का अर्क या नीम का तेल स्प्रे करें।
मिट्टी में ट्राइकोडर्मा जैविक फंगस मिलाएं।
पोटाश और फॉस्फोरस युक्त उर्वरक दें, जिससे जड़ें मजबूत हों।
6. निमाटोड से बचाव:
मिट्टी में नीम की खली, सरसों की खली मिलाएं।
सूरज की तेज धूप में मिट्टी को बाँझ (Solarization) करें।
भविष्य में बचाव के उपाय:
टमाटर को हमेशा अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में लगाएं।
पौधों के बीच उचित दूरी रखें।
बारिश के मौसम में पानी देने की मात्रा घटा दें।
हर बार पुरानी मिट्टी का प्रयोग न करें।
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