षट्कर्म के विना योग अधूरी : सेवक प्रभाकर

सहरसा -  जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत साधना स्थल खजुरी में शनिवार को प्रातः योगाभ्यास सत्र के बाद शारीरिक शुद्धी का भी अभ्यास कराया गया।ग्यारहवीं विश्व योग दिवस का शंखनाद योग प्राकृतिक चिकित्सा एवं षट्कर्म से हुआ।सभी प्रशिक्षणार्थी ने कहा गुरुजी हम-सब षट्कर्म सिखना चाहते हैं आज जल नेति  करके दिखाऐ फिर बारी बारी से सभी को अभ्यास कराए।साथ ही उन्होंने कहा षट्कर्म (हठयोग)  गुरु के सानिध्य में हीं करना चाहिए अन्यथा हानी होने की संभावना रहती है।षट्कर्म हठयोग, के विना योग में सिद्धि नहीं मिलता है।

केवलं राज योगाय,हठ विद्याप दृश्यते।आसन प्राणायाम राजयोग का अंग है शारीरिक शुद्धी के लिए षट्कर्म अनिवार्य है।नेति वस्ति धोती त्राटक नौलि कपालभाति , आज शिविर में जल नेति का अभ्यास कराया गया इन कृया को योगीजन ENT का डाक्टर भी कहते हैं।गले से उपर के सभी रोग जल नेति के नीयमीत अभ्यास से धीरे-धीरे ठीक हो जाता है जैसे नजला-जुकाम खांसी एलर्जी अनिंद्रा माइग्रेन आंखों की खोई हुई रोशनी स्वांस रोग में भी आराम मिलता है।पेट संबंधित रोग के लिए कुंजल गजकरणी कृया अपने आप में सम्पूर्ण औषधि है।ढाई दसकों से घूम घूम कर योग का प्रचार कर रहे हैं, साधना स्थल खजुरी में दूर-दूर से रोगी दुखी आते है और योग से आरोग्य होने का टिप्स लेकर जाते हैं ।उन्होंने कहा योग का अभ्यास नियमित करने से हीं लाभ मिलता है।साधना स्थल में अभि से ही विश्व योग दिवस के तैयारी में साधक गण जुट गए हैं। इस वर्ष भी विश्व योग दिवस पर लक्ष्मीनाथ योग ट्रस्ट के द्वारा जिले के कयी स्थानों पर आयोजित होगा योग शिविर।संस्था को सहयोग करने में सदैव अग्रसर रहते हैं वरीय अधिवक्ता विरेन्द्र कुमार झा उर्फ अनीश भाईजी, विशाल खैतान,सुजय सिन्हा आदि।आज के शिविर में शाण्डिल शंकर विद्यार्थी, बम-बम,राजू सदाशिव , वीरभद्र मिश्र, खुशी कन्हैया आजाद सहित काफी संख्या में भाग लिए।

रिपोर्टर : अजय कुमार

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