बैंक ऑफ इंडिया एम्पलाय यूनियन की क्लस्टर बैठक आयोजित

सहरसा : देशभर के राष्ट्रीयकृत बैंक विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर आगामी दिनों में बैंक ऑफ़ इंडिया फेडरेशन और एइबीईए के दिशा निर्देशानुसार आने वाले दिनों में होने वाले आंदोलन की कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बैंक ऑफ़ इंडिया एम्पलाई यूनियन बिहार स्टेट द्वारा एक दिवसीय क्लस्टर बैठक आयोजित हुई। बैठक का संचालन संचालन कर कॉमरेड ब्रजेश कुमार ने सभी का स्वागत किया। मीटिंग के शुरुआत में बैंक ऑफ़ इंडिया के महासचिव प्रफुल्ल कुमार ने कहा हमारी देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। जनसंख्या बढ़ रही है।साथ ही बेरोजगारी भी बढ़ रही है। लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाएं कम हो रही है।वही स्टॉफ की संख्या भी लगतार कम होती जा रही है। 2013 में राष्ट्रकृत बैंकों में क्लर्कों की संख्या 3 लाख 68 हजार थी।वर्तमान में सब स्टॉफ की संख्या 1लाख 15 हजार था लेकिन 2025 में क्लर्क की संख्या घट कर 2 लाख 46 हजार और सब स्टॉफ की संख्या घट कर 95 हजार हो गया है यानी इन 12 साल में क्लर्क और सव स्टॉफ की संख्या 2 लाख कम हो गई। जिसके कारण देश की पब्लिक के कामों में परेशानियां शुरू हो गई। सरकार से यही माँग है अभी तीन लाख बहाली कर इस कमी को पूरा किया जाए और बैंकों में पांच दिवसीय कार्य प्रणाली लागू हो एवं बैंक ऑफ इंडिया भागलपुर अंचल के प्रबंधन के रवैया से भागलपुर अंचल के सभी कर्मचारी परेशान हैं। ना तो उनका अपना कार्य हो रहा और जोनल ऑफिस स्टॉफ के कामों को पेंडिंग रखता है।और सभी कर्मचारियों से अच्छा व्यवहार भी नहीं रखता मीटिंग मे सभी कर्मचारी अपनी-अपनी समस्या संगठन को बताए प्रबंधन हमेशा द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते जा रहा है। इस संदर्भ में कई बार हेड ऑफिस को लेटर भी दिया गया है लेकिन अभी तक इसमें कोई भी सुधार नहीं हुआ अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने बाले दिनों मे जल्द से जल्द लेबर कोर्ट सहित भागलपुर अंचल में हड़ताल पर भी जाना पड़ा तो जाने के लिए सभी स्टॉफ तैयार है ।सचिव ब्रजेश कुमार ने बताया की बैंक ऑफ़ इंडिया में लिपिक एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मियों की भारी कमी से ग्राहक सेवा प्रभावित है वहीं दूसरी ओर कर्मचारी भारी दबाव में लगातार काम कर रहें है। कर्मचारियों को समय पर छुट्टी नही मिल पाती है।कर्मचारियों की समुचित बहाली हो।चेयरमैन बी बी ओझा ने कहा वर्तमान केंद्र सरकार शिक्षित बेरोजगारों को स्थाई नौकरियों की जगह अप्रेंटिसशिप एवं आउटसोर्सिंग कर रहा है। इसे तुरंत बंद किया जाए उपाध्यक्ष राधे श्याम ने बताया बैंकों के प्रबंधक के रवैया दिनों दिन खराब होते जा रहे हैं। कमचारियों पर आए दिन काम का प्रेशर बढ़ रहा हैं। सभी को सावधानी पूर्वक काम करने का निर्देश दिए। ऑफिस सचिव अभिषेक कुमार, ट्रेजरर मनीष कुमार उपसचिव असरफ, मंटू, आदि ने संबोधित किया। सभा में उपस्थित बैंक ऑफ़ इंडिया के सभी कर्मियों ने प्रस्तावित आंदोलन एवं विरोध प्रदर्शनों एवं हड़ताल को पूरी तरह से शामिल होने का प्रण लिया। 20 मई को होने वाली देशव्यापी हड़ताल इसलिए टाल दी गई की ऑपरेशन सिंदूर भारत सरकार के द्वारा की गई थी और देश की स्थिति भी तनावपूर्ण थी। संगठन ने देश हित में इस तरह की फैसला लिया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है अगर प्रबंधन एवं सरकार मांग को नहीं मानी तो पूरे देश के बैंक कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को तैयार हैं।अंत में कॉमरेड मंटू कुमार ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन के साथ मीटिंग को समाप्त किया।
रिपोर्टर : अजय कुमार
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