गैस सिलिंडर" बना जन-जन की आवाज़ का प्रतीक, चुनाव चिन्ह के रूप में नई ऊर्जा, नई दिशा

सहरसा : राष्ट्रीय लोक मोर्चा जिला अध्यक्ष अर्चना आनन्द ने बयान जारी कर कहीं की राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणी उपेन्द्र कुशवाहा जी के साथ साथ पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के लिए हर्ष और गर्व का विषय है कि निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव हेतु "गैस सिलिंडर" को चुनाव चिन्ह के रूप में स्वीकृति प्रदान की है। यह चिन्ह अब केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि बिहार की आम जनता की उम्मीदों, ज़रूरतों और अधिकारों की आवाज़ बनकर उभर रहा है।"गैस सिलिंडर" हर घर की रसोई से जुड़ा है, हर व्यक्ति के दैनिक जीवन से जुड़ा है। यह गरिमा, सुविधा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यही हमारी राजनीति की दिशा भी है, जनसरोकार, जनसुविधा और जनसम्मान।

चुनाव चिन्ह "गैस सिलिंडर" यह संदेश भी देता है कि हमारी राजनीति केवल सत्ता की नहीं, बल्कि सेवा की राजनीति है; केवल घोषणाओं की नहीं, बल्कि हर घर तक पहुँचने वाली ठोस नीतियों की राजनीति है।आइए, इस "गैस सिलिंडर" को लेकर हम गांव-गांव, घर-घर पहुँचें और जनचेतना की ऐसी मशाल जलाएँ, जो आने वाले समय में समतामूलक समाज निर्माण के विचारों को समाहित कर पूरे देश में बदलाव की लौ बनकर प्रज्वलित हो।यह चुनाव चिन्ह आदरणीय उपेन्द्र कुशवाहा जी विचारधारा की गर्मी, संकल्प की ऊर्जा और जनभावना की अग्नि को सहेजे हुए है। अब समय है कि हर कार्यकर्ता, हर समर्थक और हर शुभचिंतक इस प्रतीक को एक मिशन की तरह अपनाकर पूरी निष्ठा से जुट जाए।"गैस सिलिंडर" अब केवल रसोई का हिस्सा नहीं रहा,यह अब सामाजिक न्याय की मशाल बन चुका है। इस चिन्ह के साथ, हम हर द्वार तक उम्मीद, न्याय और समर्पण की लौ पहुँचाएँगे।

रिपोर्टर : अजय कुमार

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