सहरसा में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित

सहरसा : महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और ठोस कदम उठाते हुए रविवार को सभागार समाहरणालय, सहरसा में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जीविका द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिले की सैकड़ों जीविका दीदियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वरोजगार के माध्यम से अपनी नई पहचान बनाने का संकल्प लिया।आयोजन के दौरान पटना में आयोजित मुख्य समारोह का लाइव प्रसारण किया गया, जिसे जिले की दीदियों ने वर्चुअल माध्यम से देखा।इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक श्लोक कुमार ने विषय प्रवेश कराते हुए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक परिवार की कम-से-कम एक महिला को स्वरोजगार से जोड़ा जाए । इसके लिए पात्र महिलाओं को प्रारंभिक वित्तीय सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपने हुनर और मेहनत के दम पर आत्मनिर्भर बन सकें । उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाएगी बल्कि समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित करेगी।कार्यक्रम में उपस्थित अपर जिला समाहर्ता ने अपने संबोधन में कहा कि लंबे समय से महिलाएं घरेलू कार्यों तक ही सीमित रही हैं, लेकिन अब समय बदल चुका है । सरकार चाहती है कि महिलाएं व्यापार, उद्योग और सेवा क्षेत्र में आगे बढ़ें और अपने हुनर का उपयोग कर रोजगार सृजन करें । उन्होंने विश्वास जताया कि यह योजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी ।
उन्होंने जीविका दीदियों को यह हिदायत भी दी कि इस योजना में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए और सभी लाभार्थी ईमानदारी से इसका उपयोग करें।कार्यक्रम में शामिल जीविका दीदियों ने अपनी योजनाओं को साझा किया । किसी ने सिलाई-कढ़ाई केंद्र खोलने की इच्छा जताई, तो किसी ने दुकान, ब्यूटी पार्लर अथवा खाद्य प्रसंस्करण इकाई शुरू करने की बात कही। उनकी बातों से यह स्पष्ट झलक रहा था कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना उनके भीतर आत्मविश्वास और आगे बढ़ने की प्रेरणा जगा रही है।अधिकारियों ने अपने संबोधन में महिलाओं से अपील की कि वे योजना का अधिकतम लाभ उठाएं और सरकार द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण अवसरों का भरपूर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि केवल वित्तीय सहायता प्राप्त कर लेने से ही सफलता नहीं मिलेगी, बल्कि इसके लिए मेहनत, जिम्मेदारी और लगन जरूरी है।कार्यक्रम के अंत में अपर जिला समाहर्ता, उपविकास आयुक्त, जिला परियोजना प्रबंधक- श्लोक कुमार सहित अन्य अधिकारियों और जीविका दीदियों ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।यह जागरूकता वाहन जिले के ग्राम संगठनों में जाकर आम लोगों और जीविका समूहों की महिलाओं को योजना के बारे में जानकारी देगा और उन्हें स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
रिपोर्टर : अजय कुमार
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