दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला सह प्रदर्शनी संपन्न, 244 किसानों कृषि यंत्र 52 लाख की खरीदारी
सहरसा : जिला कृषि कार्यालय सहरसा के प्रांगण में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रीकरण मेला सह प्रदर्शनी 2025-26 शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस मेले में जिले भर से आए सैकड़ों किसानों ने आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों की जानकारी ली तथा उत्साहपूर्वक खरीदारी की।आयोजन के दौरान कुल 244 किसानों द्वारा लगभग 52 लाख रुपए के कृषि यंत्रों की खरीदारी की गई। खरीदे गए यंत्रों पर सरकार द्वारा निर्धारित लगभग 22 लाख रुपए की अनुदान राशि डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों में भेजी जाएगी।मेले में किसानों में आधुनिक कृषि उपकरणों के प्रति विशेष रूचि देखने को मिली।रोटावेटर, गेहूं थ्रेसर, मोटर चालित कुट्टी-कट्टा मशीन, पावर विडर, तेल मिल, राइस मिल, रिपर, मैनुअल एग्रीकल्चर किट सहित कई उन्नत कृषि यंत्र किसानों की पहली पसंद बने। कई किसानों ने बताया कि इन यंत्रों से खेती में समय और श्रम की बचत होने के साथ-साथ उत्पादन लागत भी कम होगी।कृषि विभाग, बिहार सरकार द्वारा इस वर्ष अनुदान व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब किसानों को अनुदान की राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण डीबीटी प्रणाली से सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। जिससे पारदर्शिता और त्वरित भुगतान सुनिश्चित होगा। इसके अलावा सरकार ने इस वर्ष अत्यंत पिछड़ा वर्ग ईबीसी के किसानों को अनुसूचित जाति जनजाति के समान अनुदान देने की नई व्यवस्था लागू की है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए कई किसानों ने कहा कि इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को कृषि यंत्र खरीदने में काफी सहूलियत मिलेगी।कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिले के जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार, उपनिदेशक कृषि अभियंत्रण रितेश रंजन, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण नवीन कुमार नवनीत, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार, पंजीकृत विक्रेता तथा बड़ी संख्या में किसान एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। अधिकारियों ने आधुनिक यंत्रों के उपयोग से खेती को अधिक लाभकारी बनाने के लिए किसानों को जागरूक किया और विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।कृषि यांत्रीकरण मेला सह प्रदर्शनी के सफल आयोजन से जिले के किसानों में नई तकनीकों को अपनाने के प्रति उत्साह बढ़ा है। उम्मीद की जा रही है कि इससे जिले में कृषि उत्पादन क्षमता और किसानों की आय में सकारात्मक वृद्धि होगी।
रिपोर्टर : अजय कुमार

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