मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ सीपीएम जी रामजी विधेयक की प्रतियां जलाई
सहरसा : खेत मजदूर यूनियन एवं निर्माण कामगार यूनियन सीटू से जुड़े कार्यकर्ता ने सीपीएम जिला पार्टी कार्यालय से सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एक सरकार के खिलाफ गगन चुम्बी नारे लगाते नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून को बदलकर मोदी सरकार द्वारा बंद करने की साजिश के खिलाफ जी राम जी विधेयक की प्रतियां जलाई गई जिसके उपरांत सीटू नेता दुखी शर्मा के अध्यक्षता में सभा को सम्बोधित करते हुए सीपीएम नेता कुलानन्द कुमार कहा मोदी सरकार बड़े बड़े पूंजीपतियों के सरकार पक्ष में कानून बनाते हैं ऐ सरकार किसान मजदूर विरोधी है सरकार है ऐ अपने शासनकाल में धर्म के आधार पर सिर्फ नाम बदलने पर उतारू है। मनरेगा कानून 2005 में सीपीएम सहित वाम दलों के संघर्षो के परिणाम स्वरूप मजदूरों के रोजगार के कानून बनाया गया था जिसको एनडीए सरकार समाप्त करने की योजना बना रही है। जी राम जी विधेयक संशोधन पर घोर निन्दा करते हुए अविलंब वापस लेने की मांग किया। अन्यथा जंग जू लड़ाई लड़ेंगे। उपस्थित निर्माण कामगार यूनियन सीटू नेता नसीम उद्दीन, दुखी शर्मा,नसीम मिस्त्री, मनोज शर्मा, खेत मजदूर यूनियन नेता डोमी पासवान,मो अली, बलराम यादव, सुशील कुमार पासवान, दिलीप शर्मा,मो असलम, दिनेश राम, मिथुन कुमार, राजेश कुमार, का.अरूण राय, आदि मौजूद थें।
रिपोर्टर : अजय कुमार

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