बाल भवन में आयोजित 20 दिवसीय चक धूम धूम समर कैंप का समापन समारोह

सहरसा : बिहार सरकार, शिक्षा विभाग द्वारा स्थापित संस्था बाल भवन में आयोजित 20 दिवसीय चक धूम धूम समर कैंप का समापन समारोह बड़े ही उत्साह एवं जोश के साथ संपन्न हुआ।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर  महापौर, नगर निगम बैन प्रिया, कला संस्कृति पदाधिकारी स्नेहा कुमारी, योगेंद्र योगी तथा मुक्तेश्वर सिंह उपस्थित थे।मुख्य अतिथि का स्वागत किलकारी की परंपरा के अनुसार बच्चों द्वारा तिलक लगाकर तथा हस्तनिर्मित पुष्प गुच्छ देकर किया गया।इस अवसर पर बाल भवन की सजावट बच्चों द्वारा बड़े ही सुसज्जित ढंग से की गई साथ ही चित्रकला व हस्तकला के बच्चों द्वारा कार्यशाला में तैयार पेंटिंग एवं क्राफ्ट की प्रदर्शनी लगाई।जिससे मुख्य अतिथि काफी प्रभावित हुई। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर की गई । तत्पश्चात अतिथियों के स्वागत में संगीत विधा के बच्चों ने अपने क्षेत्रीय भाषा में स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। जिससे वातावरण गुंजायमान हो उठा । इसके बाद मुख्य अतिथि, बैन प्रिय ने अपने संबोधन में बच्चों को  ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह बच्चों के लिए बहुत अच्छा स्थान है जहां बच्चों के सृजनात्मक विकास हेतु  निः शुल्क प्रशिक्षण दी जाती है ताकि बच्चे अपना क्षमता वर्धन कर सके तथा बच्चों को मंच मिल सके, जिसकी सभी बच्चों को तलाश होती है। साथ ही उस मंच तक बच्चों को पहुंचाने के लिए किलकारी इतनी मेहनत करती है, यह सचमुच कबीले तारीफ है।हम चाहेंगे कि किलकारी आगे भी इसी प्रकार कार्य करती रहे ताकि बच्चों का ज्ञानवर्धन होता रहे और बच्चे  इसका लाभ उठाए और भरपूर मनोरंजन करे।फिर चौमासा तथा नृत्य विधा के 101 बच्चों द्वारा लोक गीत झिझिया की अदभुत प्रस्तुति दी गई। सेव ट्री प्रस्तुति के माध्यम से बच्चों ने लोगो को पेड़ न काटने की लिए जागरूक किया। 

इस प्रस्तुति के माध्यम से देखा जा सकता था कि किस प्रकार पेड़ हमे निःस्वार्थ भाव छाया स्वयं अन्य सुविधा प्रदान करता है किंतु हम मानव उसे काटने से पूर्व एक बार भी नहीं सोचते है, जिसे देख वहां उपस्थित सभी लोग भावविभोर हो उठे । छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों ने तो फास्ट फूड जैसी कमल की प्रस्तुति देकर लोगों को मैसेज दिया कि यह हमारे लिए हानिकारक है। 
नृत्य विधा के विशेषज्ञ वकील वाका तथा उनके टीम द्वारा दी गई प्रशिक्षण को बच्चों के बेहरीन प्रस्तुति में देखी जा सकती थी। संगीत विधा के बच्चों द्वारा विशेषज्ञ, शंकर बिहारी जी के निर्देशन में भगैत की अदभुत प्रस्तुति दी गई, जिसे देख लोग आश्चर्यचकित रह गए । कराटे विधा के बच्चों ने भी जमकर कराटे के कर्तव दिखाए। नाटक विधा के बच्चों ने नाटक प्रशिक्षक अखिल कुमार के निर्देशन में गोदान पर आधारित नाटक की प्रस्तुति से लोगों को भावुक कर दिया फिर इसी प्रकार बारी बारी से सभी विधाओं के बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक  बेहतरीन प्रस्तुति दी गई, जिससे उपस्थित सभी अतिथिगण एवं अभिभावकगण काफी आनंदित नजर आए।
तत्पश्चात बच्चों द्वारा कार्यशाला में सीखे गए जादू शो की भी प्रस्तुति दी गई है जो कि काफी रोचक व मनोरंजक रहा।बच्चों ने अलग अलग प्रतिक्रियाओं से वहां उपस्थित सभी अतिथियों, बच्चों एवं अभिभावकों का मन मोह लिया। बच्चों के लिए भोजन की भी व्यवस्था रखी गई थी जिसे बच्चों ने खूब इंजॉय किया। चित्राक्षी एवं जिया एंकर की भूमिका बेहतर ढंग से निभाते नजर आए। किलकारी ऐसी जगह है जहां हर बच्चों के क्षमता में विकास होता है और इस बात की पुष्टि इस कार्यक्रम में बच्चों की प्रस्तुति के माध्यम से देखा जा सकता था।प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक प्रणव भारती ने अपने संबोधन में कहा  कि यह समर कैंप बच्चों के ग्रीष्मकालीन अवकाश को ज्ञानवर्धक और मनोरंजक बनाने के लिए आयोजित की गई थी। मुझे खुशी है कि आप सबों के सहयोग से यह सफलतापूर्वक संपन्न हो पाया । इस समर कैंप में लगभग 2000 बच्चे विशेषज्ञों के प्रशिक्षण के माध्यम से लाभान्वित हो पाए साथ ही उन्होंने वहां उपस्थित अतिथिगण, अभिभावकगण तथा बच्चों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आभार व्यक्त किया और कहा आशा करता हूं कि आपका साथ इसी प्रकार बना रहे साथ ही  कार्यशाला में उपस्थित अतिथि एवं विशेषज्ञों को अंगवस्त्र तथा बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग देकर उन्हें सम्मानित किया गया था कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए आभार व्यक्त किया।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में वहां के कार्यालय कर्मी एपीओ मधु कुमारी, सीआरपी सोनम कुमारी, एएओ  विश्वविजय झा की मुख्य भूमिका रही तथा सभी प्रशिक्षक प्रशिक्षिका एवं बच्चों का पूर्ण सहयोग रहा।

रिपोर्टर : अजय कुमार

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