सहरसा तथा मुंगेर के शूटरों ने संयुक्त रूप से किया टारगेट प्रैक्टिस,राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने पटना रवाना

सहरसा : बिहार राज्य स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप कंपीटिशन के प्रतिभागियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सह अभ्यास शिविर सहरसा तथा मुंगेर जिला राइफल संघ के संयुक्त तत्वावधान में मुंगेर के नवनिर्मित फायरिंग रेंज पर लगाया गया। इस शूटिंग रेंज का उद्घाटन मुंगेर के प्रमंडलीय आयुक्त अवनीश कुमार सिंह द्वारा फीता काट कर तथा टारगेट पर निशाना लगा कर किया गया।इस संयुक्त प्रशिक्षण सह अभ्यास शिविर में दोनों जिलों के कुल 60 से अधिक निशानेबाजों को खेल से संबंधित आईएसएसएफ एवं एनआरएआई के नवीन तथा संशोधित नियम, रेंज प्रोटोकॉल, एमिंग तथा फायरिंग तकनीक,योग एवं श्वास-प्रश्वास नियंत्रण के गुर सिखाए गए। वहीं सभी प्रतिभागी शूटरों को आर्म्स एक्ट 1959 तथा आर्म्स रूल 2016 के आवश्यक बिंदुओं को बताया गया साथ ही सेफ्टी एवं सेफ हैंडलिंग सह स्टोरेज के साथ साथ फर्स्ट एड से संबंधित मूलभूत तथ्यों की विशेष कार्यशाला भी प्रतिभागियों के बीच आयोजित की गई।सहरसा जिला राइफल संघ के निशानेबाजी टीम में कुणाल आनंद, मनोज कुमार,आरव राज,रवि रंजन सिंह,अधिवक्ता अभिषेक सिन्हा,सोनु कुमार सिंह,डॉ प्रणव प्रताप, पवन कुमार सिंह, भर्ग मानस, मंगलम आनंद, तापस, नितेश कुमार तथा टीम मैनेजर सोना भदौरिया ने प्रशिक्षण सह अभ्यास शिविर में भाग लिया। सभी खिलाड़ियों को टारगेट फायरिंग का विशेष प्रशिक्षण वरिष्ठ शूटिंग कोच सह आर्म्स विशेषज्ञ तथा मुंगेर जिला राइफल संघ के सचिव अवधेश कुमार सिंह तथा राष्ट्रीय निशानेबाज अनिमेष कुमार द्वारा दिया गया।सहरसा जिला राइफल संघ के सचिव सह कोच त्रिदिव सिंह ने बताया कि निशानेबाजों के इस प्रकार का प्रशिक्षण शिविर पहली बार मुंगेर जिला राइफल संघ के सहयोग से आयोजित करवाया गया है। निशानेबाजी जैसे खेल में बेहतर प्रदर्शन के लिए फायरिंग रेंज पर टारगेट शूटिंग प्रैक्टिस बहुत अहम एवं आवश्यक होता है। सहरसा जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन स्थित फायरिंग रेंज पर फायरिंग अभ्यास को बंद करने के जिला प्रशासन के आदेश से यहाँ के खिलाड़ियों को बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। फायरिंग प्रैक्टिस बंद होने के कारण बच्चों तथा खासकर महिलाओं के आत्मरक्षा से संबंधित कौशल विकास के इस खेल सहरसा जिले से महिलाओं की प्रतिभागिता लगभग शून्य पर पहुँच चुकी है। हालांकि सहरसा जिले में निबंधित महिला शूटरों की संख्या 20 से अधिक है जो शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेना तो चाहती हैं पर टारगेट शूटिंग प्रैक्टिस रेंज के अभाव में उनकी यह आकांक्षा केवल एक दिवा स्वप्न बनकर ही रह गया। सचिव के द्वारा यह भी बताया गया कि संघ लगातार अपने स्तर से निशानेबाज खिलाड़ियों को संसाधन मुहैया कराने का प्रयास कर रहा है। खिलाड़ियों के आग्रह पर जिले से बाहर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, सभी खिलाड़ियों को आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। निश्चित रूप से इस प्रशिक्षण शिविर के उपरांत खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है। सचिव त्रिदिव सिंह ने मुंगेर जिला राइफल संघ के सभी पदाधिकारियों को आभार व्यक्त किया। दोनों जिलों के सचिव ने संयुक्त रूप से घोषणा की कि खिलाड़ियों की सुविधा के लिए ऐसे संयुक्त शिविर का आयोजन प्रत्येक महीने किया जाएगा।
रिपोर्टर : अजय कुमार
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