सहरसा की ज्योति मिश्रा भूटान 'इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड 2025' से सम्मानित

सहरसा : बिहार सहित कोशी प्रमंडल के लिए यह गर्व का विषय है कि सहरसा की बेटी ज्योति मिश्रा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया।भूटान की राजधानी थिंपू में आयोजित 'इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड 2025' से सम्मानित किया गया है।2nd इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड 2025 भूटान का आयोजन 3 अगस्त को अत्यंत भव्यता और सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। यह कार्यक्रम दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों से आए प्रेरणादायक नेताओं, समाजसेवियों और उद्यमियों को एक मंच पर लाया।इस प्रतिष्ठित समारोह का आयोजन अमोल भगत मीडिया द्वारा किया गया। जिसमें जैक्सन दुकोपा, संस्थापक और सीईओ जेडीएन एवं ग्लोबल विलेज कनेक्शंस भूटान, और IEHRSC कार्यक्रम का आयोजन शे-सायकल सॉल्यूशंस भूटान की संस्थापक चोग्याल ल्हामो के विशेष सहयोग में हुआ।इस अवसर के मुख्य अतिथि डॉ. एम. ए. मुम्मिगट्टी थे।जिन्होंने अपने प्रेरणादायक भाषण में क्षेत्रीय सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक नेतृत्व के महत्व पर प्रकाश डाला।इस समारोह में भारत, बांग्लादेश,नेपाल और भूटान से आए कई सम्माननीय पुरस्कार विजेताओं को उनके विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।जिसमें ताशी चोएडेन, सीईओ, धम्मा टूर्स भूटान,मो.गोलाम फारूक मजनू,चेयरमैन, कम्युनिकेशन ऑफ बांग्लादेश,मायनुल इस्लाम नायेम, प्रबंध निदेशक, सोलर प्रोजेक्ट डेवलपमेंट एंड इंजीनियरिंग बांग्लादेश,रामचंद्र इम्साल, सामाजिक कार्यकर्ता, नेपाल तथा भारत से डॉ. ज्योति मिश्रा, प्रबंध निदेशक,ज्योति विवेकानंद संस्थान, भारत को सम्मानित किया गया।यह आयोजन न केवल प्रतिभाओं को सम्मानित करने का माध्यम था, बल्कि क्षेत्रीय एकता को भी सशक्त करता है। जिससे लोग अपने कार्यक्षेत्र में और भी प्रभावशाली बदलाव ला सके। यह एक ऐसी रात थी,जो तालियों, सपनों और वैश्विक पहचान की गूंज से भरपूर थी।ज्ञात हो कि ज्योति मिश्रा बिहार के सहरसा जिले के तिवारी टोला, वार्ड संख्या 33 की निवासी हैं। पिछले 17 वर्षों से सामाजिक क्षेत्र में निःस्वार्थ और निरंतर कार्य कर रही हैं। वे 'बेस्ट एनजीओ वर्क' के लिए इस सम्मान से नवाजी गई। उनका योगदान शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा के विभिन्न पहलुओं में उल्लेखनीय रहा है।उनकी मेहनत और सेवाभाव के प्रतिफलस्वरूप उन्हें 'बेस्ट एनजीओ ऑफ द ईयर इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड 2025' से सम्मानित किया गया। जो न केवल सहरसा बल्कि पूरे बिहार और भारत के लिए गौरव का क्षण है।यह सम्मान उनके समर्पण, संघर्ष और समाज के प्रति सेवा भावना का प्रमाण है।
रिपोर्टर : अजय कुमार
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