अंबेडकर जी के जीवन से संघर्षशील बनना एवं उनके विचारों को आत्मसात करना बहुत प्रासंगिक है : सुशांत यादव

समस्तीपुर : आधुनिक शिक्षा जगत में विद्यार्थियों के लिए बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के जीवन से संघर्षशील बनना एवं उनके विचारों को आत्मसात करना ही बहुत प्रासंगिक है। उनके बातें चेतना सत्र के दौरान मध्य विद्यालय सीही के शिक्षक सुशांत यादव सुमित ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में बढ़ती आबादी के बीच प्रतिस्पर्धा के दौर में सभी छात्र छात्राओं को बाबा साहब भीम राव अंबेडकर जी के पदचिह्नों पर चलते हुए अपने लक्ष्य को निर्धारित कर पढ़ाई जारी रखनी चाहिए । साथ ही उन्हें अपने छात्र जीवन में आनेवाली चुनौतियों एवं असफलताओं से विचलित नहीं होकर पूरी एकाग्रचित्तता के साथ शिक्षा रूपी बहुमूल्य मार्ग पर आगे बढ़ते रहना चाहिए । सुशांत ने छात्र छात्राओं को बताया कि बाबा साहब अपने बाल्यकाल से ही संघर्ष करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे तथा उनका संघर्षपूर्ण जीवन ही उन्हें और मजबूत एवं जीवट बनाते चले गया । आज के दौर में किसी भी छात्र छात्राओं के लिए उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक है उनका कैरियर और उन्हें अपने कैरियर को सही दिशा में ले जाने लिए पूरी तन्मयता एवं ईमानदारी के साथ शिक्षा रूपी मार्ग पर आगे बढ़ते रहना होगा ताकि उनका आनेवाला कल सुखदपूर्ण हो सके । मौके पर प्रधानाध्यापक शंभूनाथ, मध्य विद्यालय सीही के शिक्षक जगदीश कुमार सुमन,तारकेश्वर बैठा,प्रद्युम्न कुमार गौतम,रामकुमार शर्मा,नीतीश कुमार शिक्षिका कुमारी निशा,कुमारी कविता,सपन सिंह,प्रियंका यादव सहित उच्च माध्यमिक विद्यालय सीही अहिलवार के शिक्षक अमीय कुमार, अमलेश कुमार पाण्डेय, लक्ष्मण वर्मा,गजेन्द्र कुमार,रामपुनित कुमार,शिक्षिका सुधा कुमारी, बबीता कुमारी,अंजू कुमारी,पुष्पमित्रा कुमारी,वंदना कुमारी ,बबीता कुमारी सहित मध्य विद्यालय सीही व उच्च माध्यमिक विद्यालय सीही अहिलवार के छात्र छात्राएं मौजूद थे ।
रिपोर्टर : गौतम कुमार सिंह
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