अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर राजद नेता बच्ची मंडल ने कही बड़ी बात

समस्तीपुर : हसनपुर विधानसभा के वरिष्ठ राजद नेता रामनारायण मंडल उर्फ बच्ची मंडल ने अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर बिहार सरकार को आरे हाथ लेते हुए कहा कि बिहार सरकार ने मद्य निषेध अभियान की सफलता के लिए सरकारी स्तर से कई तरह के जागरूकता अभियान कार्यक्रम चलाते आ रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी बिहार के युवा वर्ग शराब, ड्रग, हफीम, चरस नशापान का शिकार बृहत तेजी से हो रहे हैं, तो दूसरी ओर बिहार सरकार के प्रशासन के संरक्षण में अवैध शराब धंधेबाज मालामाल होते जा रहे हैं। और तो और जो भी युवा वर्ग इस अवैध धंधा का शिकार होते जा हैं, वे अब तो हथियार के बल पर राहगीरों के साथ लूटपाट कर बड़ा से बड़ा क्राइम कर रहे हैं। जिसका जिता जागता उदाहरण है कि डबल इंजन सरकार के शासनकाल में बिहार के चहुओर नित्य दिन अपराध पर अपराध हो रहा है। वहीं राज्य को व्यापक रूप से राजस्व की छति हो रही है, कुल मिलाकर बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है। नशामुक्ति के नाम पर समूचे बिहार में पुलिस प्रशासन पकड़ते भी हैं तो उसमें 95 प्रतिशत गरीब मजदूर हुआ करते हैं जो रिक्सा, ठेला व ईट ढ़ोने वाले मजदूर किस्म के लोग होते हैं तो वहीं दूसरी ओर गलती से पुलिस वाले किसी अमीर व्यक्ति को पकड़ते हैं तो उसमें से 95 प्रतिशत लेनदेन कर मैनेज हो जाता है। राजद नेता रामनारायण मंडल ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान की सफलता के लिए सरकार ने विभिन्न प्रकार के तरकीब निकालकर पुलिस प्रशासन को अवैध कमाई की खुली छूट दे रखी है। उन्होंने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार सरकार के शराबबंदी का दशक बीतने को जा रहा है, लेकिन बिहार सरकार आज तक अवैध शराब माफिया को काबू में नहीं कर सका है, जिससे सरकार की निष्क्रियता साफ साफ दिखाई दे रहा है जो किसी से छुपा हुआ नही है। उन्होंने कहा सामाजिक चेतना के लिए नशामुक्ति जरूरी है और एक अहम कड़ी भी कि जब बिहार सरकार के प्रशासन ईमानदारी से जाग जाएंगे तो बिहार सरकार के इस अभियान को उस दिन से निश्चित रूप से मजबूती मिलेगी। उनका मानना है कि बिहार सरकार के प्रशासन ही अवैध शराब कारोबारी व शराब माफिया को बढ़ावा दे रहा है जिससे शहर को तो छोड़िए, बिहार के किसी भी पंचायत का कोई ऐसा गांव नहीं होगा जहां आसानी से शराब उपलब्ध नहीं होता हो? श्री मंडल ने कहा जब बिहार सरकार के प्रशासन पूरी तरह से ईमानदार हो जायेगें तो उसी दिन से ही बिहार में नशामुक्ति जैसे सामाजिक अभिशाप को दूर करने में काफी सुविधा होगी। जब प्रशासन के साथ आमलोगों के द्वारा भी नशामुक्ति अभियान के खिलाफ लड़ाई जारी हो सकेगी तो निश्चित रूप से शराब के धंधेबाजों के हौसले पस्त होते नज़र आयेंगे।
रिपोर्टर : गौतम कुमार सिंह
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