सनातन एकता पदयात्रा 2025: वृंदावन से दिल्ली तक भाईचारे और आस्था का संदेश
सनातन धर्म की एकता और अखंडता को सशक्त करने के उद्देश्य से “सनातन एकता पदयात्रा 2025” का आयोजन किया गया। यह पवित्र यात्रा पूज्य बागेश्वर धाम सरकार के आशीर्वाद से वृंदावन से दिल्ली तक की जाएगी और भारतीय संस्कृति, धर्म और सामाजिक एकता का संदेश देशभर में पहुंचाएगी।
पदयात्रा का मूल उद्देश्य केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि समाज में भाईचारे, प्रेम और आस्था के मूल्यों को बढ़ावा देना भी है। विभिन्न नगरों और गांवों से गुजरते हुए इस यात्रा में धर्मसभा, भजन-कीर्तन और जनसंवाद का आयोजन किया जाएगा, जिससे लोगों को सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत से जोड़ा जा सके।
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार, यह यात्रा श्री कोकिलावन बाले बिहारी जी की पावन विहार स्थली से प्रारंभ होकर दिल्ली में भव्य समापन समारोह के साथ समाप्त होगी। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस यात्रा में भाग लेकर धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की एकता के इस प्रयास को सफल बनाएं।
इस पदयात्रा का नारा है — “चलो दिल्ली से वृंदावन की ओर — सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा 2025”, जो स्पष्ट रूप से संदेश देता है कि यह यात्रा केवल पदयात्रा नहीं, बल्कि एक सामाजिक और धार्मिक जागरण का अभियान है।
श्रद्धालु और समाज के विभिन्न वर्ग इस यात्रा में शामिल होकर अपने अनुभव और आस्था को साझा करेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पहल न केवल धार्मिक जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि सामाजिक सद्भाव और एकता की भावना को भी मजबूती प्रदान करती है।
सनातन एकता पदयात्रा 2025 अपने आप में एक प्रेरणा है, जो धर्म, संस्कृति और मानव मूल्यों को एक साथ जोड़कर पूरे देश में एक नई चेतना का संचार करेगी।


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