मनाया गया मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह, आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम

शहडोल :  मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस आज शहडोल मै बड़े हर्षोल्लास क़े साथ मनाया गया. 1956 में देश में हुए राज्यों के पुनर्गठन के दौरान मध्य प्रदेश नया राज्य बना था। इतिहास को देखें तो 26 जनवरी 1950 में पहली बार भारत में संविधान लागू किया गया था। इसके बाद पहली बार देश में 1952 में चुनाव हुए थे। चुनाव के बाद संसद के साथ विधान मंडल भी शुरू हुए। मध्य भारत में आने वाले क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों को मिलाकर मध्य प्रदेश बना। मध्य प्रदेश देश के बीचों-बीच स्थित है, इसलिए इसे भारत का दिल भी कहते हैं। जब 1947 में देश को आजादी मिली, तो यह कई हिस्सों में बंटा हुआ था। विंध्य प्रदेश और मध्य भारत को सबसे पहले सेंट्रल एजेंसी से भी अलग किया गया था। आजादी के तीन साल बाद 1950 में बरार और मध्य प्रांत का नाम बदला गया और इसे नया नाम मध्य प्रदेश रखा गया। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह आज संभागीय मुख्यालय शहडोल के मानस भवन में आयोजित किया गया। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रभा मिश्रा, विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया तथा विधायक ने राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी ने जिलेवासियों को मध्य प्रदेश स्थापना की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शहडोल जिले में लक्ष्य निर्धारित कर आगे कार्य करते रहे।

मध्यप्रदेश प्रत्येक दृष्टि से हमेशा  समृद्ध, भगवान कृष्ण और बलराम ने ज्ञान किए अर्जित

समारोह को संबोधित करते हुए  पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रामा शंकर ने कहा कि मध्य प्रदेश की संस्कृति इतिहास और विरासत पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे संस्कृति हो, चाहे ऐतिहासिक हो हमारा अपना मध्यप्रदेश प्रत्येक दृष्टि से हमेशा बहुत ही समृद्ध रहा है तथा महाकाल एवं ओंकारेश्वर का प्रदेश है। यहीं पर कृष्ण और बलराम को वेदों और उपनिषदों का ज्ञान दिया गया‌, ऐसी बौद्धिक विरासत हमारे मध्य प्रदेश की है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर विचार करना चाहिए की 2047 तक हमारा देश एवं प्रदेश कैसा होगा, प्रदेश की क्या छवि होगी, इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य व्यवस्था, आर्थिक व्यवस्था तथा शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति  इन सब विषयों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिलेट्स को सुपर फूड्स की संज्ञा दी गई है जो की शहडोल संभाग में भूमि एवं जलवायु मिलेट्स के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि शहडोल संभाग की भूमि एवं जलवायु मिलेट्स के लिए बहुत उपयुक्त है। समारोह को अशासकीय विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष श्री भरत शरण सिंह ने भी संबोधित किया। समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा कि 29 अक्टूबर 2024 को सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जन्म जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस एवं एकता दौड़ (रन फॉर युनिटी) एवं शपथ कार्याक्रम का आयोजिन किया गया, 30 अक्टूबर 2024 को जिले भर में प्रधानमंत्री जनमन योजना एवं आवास योजना अंतर्गत निर्मित आवासों के हितग्राहियों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के द्वारा 11 दीपक, मिष्ठान एवं फूलमाला भेंटकर स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि  31 अक्टूबर 2024 को दीपावली के शुभ अवसर पर दोपोत्सव कार्यक्रमों के साथ-साथ वृद्धाश्रम, जेल इत्यादि सार्वजनिक स्थानों में दीपावली उत्सव कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा चिकित्सालयों में मरीजों को फल एवं मिष्ठान भी वितरित किए गए। समारोह के दौरान कलेक्टर ने बताया कि  01 एवं 02 नवंबर 2024 को गोवर्धन पूजन के कार्यक्रम जिला अंतर्गत गौशालाओं में सम्मानीय जनप्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति में आयोजित किए गए । इसी प्रकार कलेक्टर ने अन्य गतिविधियों की भी जानकारी दी। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतिया दी गई। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा, अध्यक्ष नगर पालिका शहडोल श्री घनश्याम जायसवाल, आई. जी. श्री अनुराग शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री कुमार प्रतीक, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री अक्षत बुंदेला,जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक श्री विपिन पटेल, समाजसेवी श्री संतोष कुमार, श्री सूर्यकांत निराला सहित पत्रकारगण, अधिकारी व काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री विवेक पांडे ने किया।

रिपोर्टर : रजनीश शर्मा

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