दान करते समय दाता नहीं दासी बनकर दान करना - गोविन्द जाने

शाजापुर : मेरे भारत के सैन्य बल ने हिंदू धर्म में सिंदूर की क्या कीमत होती है ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा इन जेहादी  आतंकवादियो को बता दिया।  भारतीय बहू जब सिंदूर लगाती है तो समस्त देवी देवता उसकी मांग की रक्षा करते हैं क्योंकि सनातन धर्म में सर्व समर्थ श्री हनुमान जी हैं और श्री हनुमान जी महाराज को सिंदूर ही चढ़ता है। सनातन धर्म में सिंदूर की अहम भूमिका है। उक्त उदगार ग्राम फुलेन मे चल रही सात दिवसीय श्रीराम कथा के चतुर्थ दिन कथावाचक संत गोविंद जाने ने हजारों श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए व्यक्त किए। कथा पांडाल मे श्रीराम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। संत गोविंद जाने ने कहा ने कहा की मंदिर की सीडी,रामायण की चौपाई,भगवत गीता के मंत्र,मां-बाप के चरण और गौ माता से कभी कनेक्शन मत टूटने देना। अपनी भावना और त्याग की डोरी से कनेक्शन जोड़े रखना। कभी भी बेईमानी,छलछिद्र का अंधकार जीवन और घर में नहीं होगा। श्री जाने ने कहा की संत को संत और भक्त को भक्त मिलता है। ज़ब पूर्वजों के पुण्य एकत्रित होते है तब हमारे द्वार पर संत, महात्मा, गौमाता, कन्या हमारे घर आते है। भगवान श्रीराम के पूर्वज के कारण आज धरती पर माँ गंगा है। कथावाचक ने कहा की गलत काम करने वालों की बीसी चलती है लेकिन अच्छे कार्य करने वालों का पूरा जीवन सकुशल रहता है। द्वार पर छोली फैलाकर खड़ा होने वाले को नारायण और स्वयं को दासी मानकर दान अर्पित करना चाहिए। कथा के चतुर्थ दिवस श्रीराम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर श्रीराम की आकर्षक झांकी सजाई गई। संगीतमय भजन पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। कथाव्यास गोविन्द जाने ने श्रीराम की पूजन अर्चना कर आरती उतारी।

संवाददाता : रमेश राजपूत

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