भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव 2025: शुजालपुर में होंगे भव्य धार्मिक आयोजन

शाजापुर : भगवान विष्णु के छठे अवतार, ब्रह्मर्षि परशुराम के प्राकट्य दिवस के पावन अवसर पर शुजालपुर में एक बार फिर श्रद्धा, आस्था और समाजिक एकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। सप्तऋषि ब्राह्मण समाज समिति एवं परशुराम सेना शुजालपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह आयोजन धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनेगा। आयोजन में समाजजन बड़ी संख्या में सहभागिता करेंगे।

भव्य आयोजन की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से

आयोजन की श्रृंखला 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के पावन दिन से आरंभ होगी। प्रातः 8 से 10 बजे तक महर्षि गौतम आश्रम (रेलवे अंडरब्रिज के समीप) में हवन-पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके उपरांत श्री परशुराम चौराहे पर ध्वज पूजन कार्यक्रम संपन्न होगा। यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था को समर्पित होगा, बल्कि समाज की एकता और जागरूकता को भी प्रतिबिंबित करेगा।
2 मई को होगा आद्य गुरु शंकराचार्य पूजन
आयोजन की अगली कड़ी में 2 मई को महर्षि गौतम आश्रम में आद्य गुरु श्री शंकराचार्य का पूजन विधिवत रूप से संपन्न होगा। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चार,  प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है। आयोजन समिति के अनुसार, इस दिन भी समाजजन पारंपरिक रीति से सम्मिलित होंगे। समाज सेवी शिक्षक प्रदीप व्यास ने बताया की प्रति वर्ष अनुसार  इस वर्ष भी समाज के प्रतिनिधिमंडल द्वारा घर-घर जाकर पीले अक्षत एवं आमंत्रण पत्र वितरित किए गए और आयोजन को सफल बनाने हेतु समाज के युवाओं से लेकर वरिष्ठजन तक समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। परशुराम प्राकट्योत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि ब्राह्मण समाज की सांस्कृतिक धरोहर, परंपरा और एकजुटता का पर्व भी है। इस आयोजन के माध्यम से शुजालपुर एक बार फिर यह संदेश देगा कि जब समाज संगठित होता है, तो वह न केवल अपने गौरवशाली इतिहास को सम्मान देता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत सांस्कृतिक आधार भी तैयार करता है। सप्तऋषि ब्राह्मण समाज समिति अध्यक्ष जनकराय जोशी एवं परशुराम सेना जिलाध्यक्ष  रामानुज समाधिया, सहित आदि अन्य समाजसेवियों ने सभी समाजबंधुओं से अपील की है कि वे अधिकाधिक संख्या में शामिल होकर आयोजन को गौरवपूर्ण बनाएं और आयोजन की सफलता के साक्षी बने ।

रिपोर्टर : रमेश राजपूत

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