कैसे रखें शनि देव को प्रसन्न

हिंदु धर्म में हर एक दिन अलग- अलग भगवान को  और देवी देवताओं को समर्पित होता है . जैसे सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है. और मंगलवार भगवान बजरंगबली को . उसी तरह शनिवार का दिन भगवान शनि को समर्पित होता है . शनिदेव कर्म के देव होते है . कहते है अगर शनि रूष्ठ हो गए तो व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयां बढ़ जाती है . इसलिए हर एक व्यक्ति यही प्रयत्न करता है शनि देव उससे नाराज न हो.. वहीं कहा ये भी जाता है कि अगर शनि खुश हो तो व्यक्ति का हर एक काम सफल होता है .. आज हम आपको बताएंगे कि शनि को कैसे नाराज न होने दें . ताकि आपके जीवन का हर काम आसानी से हो सकें .  

शनिवार के दिन इन सात कामों को बिल्कुल न करें 


1- कहते है  कि शनिवार के दिन नमक, सरसों का तेल और लोहे की चीजों को खरीदने से बचना चाहिए . क्यूंकि शनिवार को ऐसा करने वाले मनुष्य को पैसे की तंगी रहती है और उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है. इसीलिए  शनिवार को ऐसा कभी नही करना चाहिए . 

2-शनिवार को जूते-चप्पल नही  खरीदना  चाहिए. जो लोग इस दिन जूते या फिर चप्पल खरीदते हैं उनको शनि दोष लग जाता है और जीवन में परेशानियां आने लगती हैं. शनिवार को चप्पल-जूते खरीदने की बजाय काले जूते-चप्पलें दान करना अच्छा माना जाता है.

3-शनि देव न्याय के देवता होते है . इसीलिए शनिवार के दिन गलती से भी गरीबों और मजदूरों को परेशान नहीं करें और न ही उनसे अपशब्द कहें. उनका हक न मारें वरना शनिदेव की कुदृष्टि से आपको कोई नहीं बचा सकता.

4-शनिवार के दिन बाल और नाखून काटना अशुभ होता है. ऐसा करने से शनिदोष लगता है, इसीलिए शनिवार के दिन दाढ़ी बनाना और बाल कटवाने जैसे काम नहीं करने चाहिए.

5-शनिवार को जब भी मंदिर जाएं तो शनिदेव की आंखों में भूलकर भी न देखें और न ही उनके सामने खड़े हें. माना जाता है कि जो लोग शनिदेव की आंखों में देखते हैं शनि उनसे नाराज हो जाते हैं.

6-शनिवार के दिन शराब और मांस-मदिरा का सेवन नही करना चाहिए. .इस तरह की तामसिक चीजों का सेवन करने वालों पर शनि का कहर बरसता है. साथ ही ऐसे लोगों पर शनि ग्रह का अशुभ प्रभाव पड़ता है.

7-शनिदेव के क्रोध से बचना है तो शनिवार के दिन काले तिल नहीं खाना चाहिए और न ही  खरीदना चाहिए. शनिदेव को काले तिल काफी पसंद हैं इसीलिए इस दिन सिर्फ इनको दान करना अच्छा माना जाता है.

 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.