तिहाड़ जेल से शरजील का बड़ा ऐलान, नहीं लड़ेंगे बिहार चुनाव

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच एक अहम राजनीतिक खबर सामने आई है। दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड होने के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इस फैसले के पीछे उनकी जमानत अर्जी का दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में खारिज होना है।

शरजील इमाम, जो 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के एक मामले में आरोपी हैं, बहादुरगंज विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में हिस्सा लेने की योजना बना रहे थे। लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी 2 सितंबर को खारिज कर दी, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को भी उन्हें कोई अंतरिम राहत नहीं दी। इस वजह से शरजील ने जेल से जारी बयान में साफ कहा है कि वे इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उनका केस अक्टूबर के अंत तक स्थगित हो गया है, इसलिए उन्हें तब तक जेल में ही रहना पड़ेगा। शरजील की कानूनी टीम ने पहले कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल की गई अंतरिम जमानत अर्ज़ी भी वापस ले ली थी, जो तकनीकी कारणों से किया गया था।

आपको बता दें इस बार बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे-पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को। पूरे राज्य की 243 सीटों पर मतदाता अपने प्रतिनिधि चुनेंगे। चुनाव आयोग ने सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मतगणना 14 नवंबर को होगी और लगभग 7.43 करोड़ मतदाता इस चुनाव में भाग लेंगे।

जाहिर है शरजील इमाम के चुनाव न लड़ने के फैसले से बहादुरगंज सीट की राजनीतिक लड़ाई में नया मोड़ आया है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा जारी है, और हर सीट पर हर वोट की अहमियत बढ़ गई है।

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