भूल कर भी शिवलिंग पर न चढ़ाए यें 5 चीजें, भोलेनाथ हो जाएंगे नाराज

हिंदू धर्म में सावन के महीने को बेहद शुभ माना गया है. यें महीना देवों के देव महादेव का होता है. ऐसी मान्यता है कि सावन में सच्चे मन से शिव जी की पूजा करने से मन चाही कमना पूरी होती है. इस साल 22 जुलाई से सावन की शुरूआत होगी और इस सावन भी शिव भक्त अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा-अर्चना करेंगे. भक्त शिवलिंग पर बेल, धतूरा, भांग समेत कई चीजें चढ़ाते है. लेकिन ध्यान रहे की शिवलिंग की पूजा करते वक्त हमारी एक गलती भी हमारे ऊपर भारी पड़ सकती है. तो आइए आज हम आपको बताते है कि किन 5 चीजों को शिवलिंग पर चढ़ाना अशुभ माना गया है.

1. तुलसी की पत्तियां 
तुलसी की पत्तियों के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी गई है. लेकिन शिवलिंग की पूजा करते वक्त तुलसी की पत्तियों को चढ़ाना निषेध माना गया है. दरअसल, शिव जी ने तुलसी माता के पति असुर जालंधर का वध किया था. इस लिए स्वंय तुलसी ने उन्हें अपनी दैवीय गुणों वाले पत्तों से वंचित कर दिया.

2. नारियल 
शिवलिंग पर नारियल चढ़ाना भी मना है. दरअसल, नारियल को देवताओं पर चढ़ाने के बाद उसके प्रसाद का सेवन किया जाता है. और शिवलिंग पर चढ़े किसी भी पदार्थ को ग्रहण करने की मनाही है. इसलिए नारियल से शिवलिंग का अभिषेक करना वर्जित माना गया है.

3. हल्दी
शिवलिंग को भगवान शिव की शक्ति का प्रतीक माना जाता है. और ज्योतिषाचार्य के अनुसार हल्दी को स्त्रियों का प्रतीक माना गया है. इस लिए शिवलिंग पर भूलकर भी हल्दी नही चढ़ानी चाहिए. 

4. शंख
शिवलिंग की पूजा में शंख का भी प्रयोग नहीं किया जाता. दरअसल, दैत्य शंखचूड सभी देवी देवता परेशान थे. तब भगवान शिव ने त्रिशूल से वध कर दिया, जिससे उसका शरीर भस्म हो गया और उसी भस्म से शंख की उत्पत्ति हुई. चूंकि भगवान शिव ने दैत्य शंखचूड का वध किया था इसलिए उनकी पूजा में शंख का प्रयोग नहीं किया जाता.

5.केतकी, कनेर या लाल रंग के फूल
शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर केतकी, कनेर या लाल रंग के फूल नही चढ़ाने चाहिए. महादेव बेलपत्र, भांग, धतूरा, जलाभिषेक आदि चीजें से ही प्रसन्न हो जाते हैं इसलिए शिवलिंग के पूजन में इन तरह के फूलों का प्रयोग करना वर्जित बताया गया है.

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