भारत का अंतरिक्ष हीरो शुभांशु शुक्ला लौटे लखनऊ, हुआ जोरदार स्वागत
आज लखनऊ की धरती गर्व और उत्साह से सराबोर है, क्योंकि हमारे अपने सपूत, अंतरिक्ष की सैर करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज अपने गृहनगर लौटे हैं। यूपी के उपमुख्यमंत्री और लखनऊ वासियों ने उनका एयरपोर्ट पर तिरंगे और फूल-मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया। बैंड की मधुर धुनों ने माहौल को और भी जोशपूर्ण बना दिया। इस गर्वपूर्ण अवसर पर एक भव्य विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया, जिसमें शुभांशु की अद्भुत उपलब्धियों को सम्मानित किया गया।
लखनऊ की सड़कों पर उत्सव का माहौल था। शुभांशु शुक्ला, जिन्होंने अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराया, आज अपने शहर में नायक की तरह स्वीकार किए गए। सुबह जैसे ही शुभांशु अपनी पत्नी और बेटे के साथ लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरे, भीड़ ने तालियों, जयकारों और फूल-मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया। यूपी के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक समेत तमाम गणमान्य लोगों ने तिरंगे और फूलों के साथ उनकी अगवानी की। रोड शो के दौरान शुभांशु अपने बचपन के स्कूल, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल पहुँचे, जहां हर मोड़ पर उनका अभिनंदन किया गया। स्कूल में वेलकम समारोह के दौरान शुभांशु की मां और बहन को स्टेज पर बुलाया गया, जो उन्हें गले लगाकर भावुक हो उठीं। दोपहर में शुभांशु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे, जहां यूपी सरकार ने लोकभवन में उनके सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है।
आपको बता दें शुभांशु शुक्ला ने 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में शामिल होकर अपनी उड़ान की शुरुआत की। वे एक अनुभवी फाइटर और टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास 2,000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है। उन्होंने सुखोई-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और An-32 जैसे लड़ाकू विमानों को उड़ाया है। मार्च 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया। वे एक फाइटर कॉम्बैट लीडर भी हैं। वर्ष 2019 में ISRO ने उन्हें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए चयनित 4 अंतरिक्ष यात्रियों में से एक बनाया।
लखनऊ के इस सपूत ने एक्सिओम-4 मिशन के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट के रूप में अपनी योग्यता साबित की। यह मिशन नासा, स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से 25 जून 2025 को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ। इस मिशन में शुभांशु मिशन पायलट थे और कमांडर पैगी व्हिटसन के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकाया, बल्कि यह साबित किया कि भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में वैश्विक ताकत बन चुका है। शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में भारत का गौरव बढ़ाया है, और आज लखनऊ की धरती पर उनके स्वागत ने यह साबित कर दिया कि वे हर भारतीय के लिए प्रेरणा और गर्व के प्रतीक हैं। हम सभी की ओर से शुभांशु को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उनके इस ऐतिहासिक योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

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