डा0 राजागणपति आर0 जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर बनाये गये

सिद्धार्थनगर : शासन द्वारा डा0 राजा गणपति रामास्वामी निदेशक (प्रशासन), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें, उत्तर प्रदेश, लखनऊ को वर्तमान पद से स्थानान्तरित करते हुए जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर के पद पर एवं पवन अग्रवाल जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को जिलाधिकारी बलरामपुर स्थानान्तरित किया गया है। आपको बतातें चलें कि गर्वमेंट कालेज कालेज चेन्नई से एमबीबीएस करने के बाद 2015 बैच के आईएएस अधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 पहले ही प्रयास में आईएएस बनें। वर्ष 2015 बैच के आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 और आईएएस जे0 रीभा की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। वह दोनों पहले अच्छे दोस्त थे। दोनों लोगों को अपने करियर की चिंता भी थी। यही कारण था कि राजा गणपति अपने दोस्त जे0 रीभा से प्यार का इजहार नहीं कर रहे थे। राजा गणपति ने लक्ष्य हासिल करने के बाद प्यार का इजहार किया। फिर अपने रिश्ते को पति-पत्नी का नाम दिया। आज शादी के आठ साल हो गये हैं।
* आईएएस राजा गणपति ने पहले दिया था शादी का प्रस्ताव -
आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 ने जब शादी का प्रस्ताव दिया तो जे0 रीभा ने तुरन्त हां कर दी। चेन्नई के रहने वाली जे0 रीभा ने पूरी बात अपने परिवार को बतायीं। जब परिवार की स्वीकृति हुई तो फिर दोनों लोग शादी के बंधन में बंध गये। राजा गणपति आर ने हिन्दी यूपी से बातचीत के दौरान बताया कि हर काम का एक समय है। सच्चा प्यार है तो वह इंतेजार कर लेगा लेकिन समय की कीमत नहीं पहचानी तो वह पीछे छूट जायेगा। उनका मानना है कि युवाओं को प्रेम का सही अर्थ समझना चाहिए। वहीं ट्रेनी आईएएस के दौरान प्रयागराज के करछना तहसील में बतौर एसडीएम 17 नवम्बर 2017 तैनात रहे। आईएएस राजा गणपति आर की प्रेम कहानी जितनी दिलचस्प है, उससे कहीं ज्यादा उनके प्रति जनता की दीवानगी भी चर्चाओं में रही। उनका स्थानान्तरण रोकने के लिए प्रयागराज मिर्जापुर और कोहड़ार घाट हाईवे को हजारों लोगों ने जाम कर दिया था। बच्चे, युवा, बुजुर्ग, वकील, नेता समेत ऐसा कोई नहीं था, जो उस दिन रोया न हो। लखनऊ तक घंटी बजी, आधी रात को उनका स्थानान्तरण रोक दिया गया। सारी रात उनके आवास के सामने हजारों लोग बैठे रहे। जब जनता को विश्वास दिलाया गया कि डा0 राजा गणपति आर0 का स्थानान्तरण रोक दिया गया तब जाकर लोग घरों को लौटे। खास बात यह भी कि उन्होंने रात्रि निवास करछना तहसील में कर अपनी अलग पहचान बनायीं। सुबह नौ बजे कार्यालय में पहुंचकर रात्रि लगभग नौ बजे तक तहसील में फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए तीन दिन के अन्दर सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निस्तारण करने के लिये समय सीमा सुनिश्चित किया। करछना तहसील की दीवारों पर देवी-देवताओं की प्रतिमा लगाकर पान खाकर थूकने वालों पर नकेल कसीं, जिससे उसी दिन चर्चा में आ गयें। टोंस नदी में हो रहे अवैध खनन एवं बालू माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की, जिससे क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। वहीं ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान चलाकर एक ही रात में 62 ट्रकों को सीज कर दिया था। इससे बालू माफिया सकते में आ गये थे। क्षेत्र के भूमिहीन लोगों को पट्टे की जमीन पर कब्जा दिलवाकर कब्जा धारकों के खिलाफ कार्रवाई की। सरकारी धन का दुरुपयोग और मनमानी करने वाले ग्राम प्रधानों पर शिकंजा कसा, जिसके चलते ईमानदार छवि के अधिकारी व जनता की भावना का सम्मान के रूप में लोकप्रिय हो गये। वहीं अपने काम के दम पर ट्रेनी आईएएस अधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 ने एसडीएम करछना के पद पर 55 दिन के कार्यकाल में जनता के दिलों के राजा बन गयें।
* आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 ने बताया था कैसे करते हैं काम -
करछना तहसील में तैनात रहे आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 ने पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया था। खनन माफिया, नकल माफिया, भूमाफिया पूरी तरह से करछना से गायब हो गये थे। सरकारी कार्यालय, स्कूल समय से खुलते थे। वह स्कूली बच्चों के साथ प्रतिदिन खेलते थे। तालाब सुंदरीकरण अभियान से पूरे यूपी में उनकी ख्याति फैली थी।
* ट्रेनी आईएएस एसडीएम डा0 राजा गणपति आर0 के प्रमुख कार्य -
1. कठौली गांव में 20 साल से चकरोड पर कब्जा हटवाकर 4 लोगों को जेल भेजा।
2. मुंगारी गांव में 20 दिन पहले तालाबों पर अतिक्रमण हटवा लोगों को जेल भेजा।
3. सड़क के पटरियों पर अवैध कब्जे हटवा जाम से राहत दिलाई।
4. कई वर्षों से बदहाल करछना गांव के सगरा तालाब का सौंदर्याकरण शुरू कराया।
5. भरहा एवं थरी गांव में पट्टेधारकों को कब्जा दिला भूमाफियाओं पर कार्रवाई की।
6. नैनी के चक बबुरा, काजीपुर, नई बाजार में अतिक्रमण हटवा मार्ग खुलवाया।
7. नैनी के डभांव में तालाब पर कब्जा किए 39 लोगों पर केस दर्ज कराया।
8. नैनी के एग्रीकल्चर इन्स्टीट्यूट की जमीन को संस्था के नाम परिवर्तित किये जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की।
* इटावा में 15-02-2019 को सीडीओ की ज्वाइनिंग -
आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 अपने 18 महीने के कार्यकाल में जिले की तस्वीर ही बदल दी। उन्होंने इटावा में 25 पार्क जिसमें ओपन जिम हैं। पंचायत लेवल पर 80 ओपन जिम, 11 ग्रामीण मल्टीपर्पज स्टेडियम, स्कूलों में 180 बच्चों के पार्क, 125 हर्बल गार्डन, महिलाओं के लिए 80 वर्कशेड का निर्माण करा दिया। इतना ही नहीं 1400 स्कूल को 'ऑपरेशन कायाकल्प' के जरिए सुंदरीकरण के साथ-साथ 4 नदियों सेंगर, पुराह, अनैया और सिरसा के किनारे 250 किमी के क्षेत्र में 30 आरओ प्लांट लगवा दियें। इतना ही नहीं इन सब कामों के लिए उन्होंने किसी तरह का एक्स्ट्रा फंड या मैनपॉवर भी नहीं मांगा।
उन्होंने ये सब काम चल रही स्कीम, मनरेगा, पंचायत फंड और जनप्रतिनिधियों के फंड से तैयार करा दिया। उनका पूरा फोकस हेल्थ और फिटनेस पर था, जिसे उन्होंने बखूबी अंजाम दिया। ऐसे अफसर कम होते हैं जो अपना बहुत कुछ जन सामान्य के लिए देते हैं। सीडीओ ने अपने कार्यकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को न सिर्फ चलाया बल्कि गांवों की रैकिंग भी स्वच्छता के मामले में बेहतर हुई है। इतना ही नहीं गांवों में पार्कों का निर्माण एवं आधुनिक सौंदर्याकरण, जिम, पार्क, एवं जनपद के कार्यालयों, ब्लॉक परिसरों का सौंदर्याकरण कर इटावा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके योगदान को इटावा जिला कभी भूल नहीं पायेगा।
* पति और पत्नी की लखनऊ में थी तैनाती -
आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 की वर्तमान समय में निदेशक, प्रशासन शिक्षा और स्वास्थ्य के पद पर हैं। वहीं उनकी पत्नी निदेशक अल्पसंख्यक लखनऊ हैं। इसके पहले राजा गणपति आर0 प्रयागराज, इटावा समेत कई जिलों रह चुके हैं। दोनों अधिकारियों की तुलना ईमानदार अधिकारियों में की जाती है।
* आईएएस डा0 राजा गणपति आर0 एसडीएम करछना,
एसडीएम हड़िया, सीडीओ इटावा से लेकर निदेशक (प्रशासन), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें, उत्तर प्रदेश, लखनऊ रहें थे।
रिपोर्टर : सुशील कुमार खेतान
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